खेलों को आगे लाने में विश्वविद्यालय हर संभव प्रयास करेगा: डॉ. चंद्राकर

 

 

 

खेलों का महत्व अन्य विधाओं से ज्यादा महत्वपूर्ण इसलिए है कि वो हारना भी सिखाती है : डॉ. मानिक चटर्जी

खेल का विशेष महत्व, खेल हमें ऊर्जा प्रदान करता है: डॉ. देवेन्द्र नायक

रायपुर@thethinkmedia.com

श्रीबालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में राज्य स्तरीय अंतर महाविद्यालयीन टेबल-टेनिस प्रतियोगिता का शुभारंभ किया गया। आयोजन के मुख्य अतिथि डॉ. एके चंद्राकर (कुलपति स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय) ने कहा कि खेलों को आगे लाने में विश्वविद्यालय हर संभव प्रयास करेगा। कुलपति डॉ. चंद्राकर और श्रीबालाजी इंस्टीट्यूट के डीन डॉ. मानिक चटर्जी ने टेबल-टेनिस खेलकर आयोजन का शुभारंभ किया। श्रीबालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के खिलाडिय़ों ने सर्वप्रथम मुख्य अतिथि डॉ. एके चंद्राकर, श्रीबालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के चेयरमैन डॉ. देवेंद्र नायक, डीन डॉ. मानिक चटर्जी, डायरेक्टर नितिन पटेल, डॉ. अनिल दुबे को पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया।

राज्य स्तरीय अंतर महाविद्यालयीन टेबल-टेनिस प्रतियोगिता का आयोजन श्रीबालाजी मेडिकल कालेज द्वारा किया गया। आयोजन के प्रभारी डॉ. अनिल दुबे ने खेलकूद गतिविधियों की जानकारी दी। डॉ. देवेंद्र नायक ने अपने उद्बोधन में कहा कि दुनिया में सभी गतिविधियां हमें सिर्फ जीतना सिखाती है लेकिन खेल का मैदान ही ऐसा है जो हमें हारना भी सिखाती है अर्थात हमारे कमियों को सुधारने का मौका देती है। उन्होंने अपने छात्र जीवन का संस्मरण सुनाते हुए कहा कि स्कूल में पढऩे के समय मैं चेस और टेबल-टेनिस का राज्य टीम का खिलाड़ी था। इसलिए मुझे खेल से शुरू से ही लगाव रहा है।

यह खुशी की बात है कि श्रीबालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस को कुलपति स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय डॉ. एके चंद्राकर डीन डॉ. मानिक चटर्जी, डॉ. अनिल दुबे के प्रयासों से राज्य स्तरीय टेबल-टेनिस प्रतियोगिता का आयोजन करने का सौभाग्य मिला। विद्यार्थियों के लिए खेल भी पढ़ाई की तरह अनिवार्य है। जितना ज्यादा आप खेल-कूद में भाग लेंगे उतना ही अपने पढ़ाई में ऊर्जावान बनेंगे। डीन डॉ. चटर्जी ने कहा कि यह राज्यस्तरीय मेडिकल कालेज टेबल-टेनिस प्रतियोगिता कराने के अभी पक्षधर नहीं थे, हमारे कालेज में दो साल पूरे होने के बाद राज्य स्तरीय प्रतियगिता कराना चाहते थे। लेकिन डॉ एके चंद्राकर ने कहा कि आपका मेडिकल कालेज काफी अच्छा परफार्म कर रहा है। आप ही इसकी शुरूआत करें।

तब अल्प समय में ही तैयारियां शुरू कर आज ही हम शुभारंभ की बेला तक पहुंच सके। उन्हंोंने खेल की महत्ता बताते हुए कहा कि डॉ. देवेंद्र नायक जवाहर लाल स्मृति मेडिकल कालेज के छात्र रहते हुए कालेज के प्रेसीडेंट के साथ स्कूल में राज्य स्तरीय टेबल-टेनिस टीम के सदस्य थे। इसलिए उन्होंने जैसे ही विश्वविद्यालय से हमें राज्यस्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन कराने का प्रस्ताव मिला, तुरंत ही टेबल-टेनिस टेबल की व्यवस्था की। यह श्रीबालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस का पहला साल है और इस तरह के आयोजनों का मौका मिले यह आने वाले समय के लिए शुभ संकेत है। हमारे इंस्टीट्यूट से राज्य स्तरीय खिलाड़ी तैयार हो यह हमारे संस्थान के लिए उत्साह और हर्ष का विषय है। इसलिए मैं पढ़ाई के साथ खेलकूद को भी महत्वपूर्ण मानता हूं। जो मेडिकल का स्टूडेंट है और यदि खेलकूद में भी बराबर हिस्सेदारी करता है तो वह हर मार्ग पर सफलता अर्जित कर सकता है। खेल ही मोटिवेशन है जो आपकी सफलता का द्वार खोलता है।

इसलिए हमेशा पढ़ाई के बाद भी खेलते रहे और स्वस्थ रहे। डॉ. एके चंद्राकर ने राज्यस्तरीय टेबल-टेनिस प्रतियोगिता का शुभारंभ करते हुए कहा कि श्रीबालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस की मान्यता श्रीबालाजी हॉस्पिटल की उपलब्धियों के कारण प्रदान की गई। यह एक ऐसा संस्थान है जो सारे गुणवत्ता पूर्ण मेडिकल कालेज खोलने के मापदंड को पूरा करता है। इसलिए पहले प्रस्ताव में ही मंजूरी दे दी गई। विश्वविद्यालय पिछले दो साल से कोरोना के कारण खेलकूद नहीं करवा पाया उसकी शुरूआत फिर इस साल की गई है, विश्वविद्यालय ने सभी कालेजों में खेलकूद की टोकन मनी दोगुनी कर दी है। जिससे खेलकूद की गतिविधियों बराबर चलती रहे। विश्वविद्यालय ने सभी कालेजों के निर्देश दिए है कि विश्वविद्यालयीन टीम का गठन कर खिलाडिय़ों की सूची तैयार कर खेल के क्षेत्र में उन्हें आगे बढ़ाया जाए। जिससे प्रदेश के खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर परचम लहरा सके। कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रतिभा शर्मा ने की। इस दौरान डॉ. एके चंद्रकार ने कालेज के टेबल-टेनिस कोर्ट पहुंचकर डॉ. देवेंद्र नायक और डीन डॉ. मानिक चटर्जी के साथ खेल का प्रदर्शन कर श्रीबालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में हेल्थ यूनिवर्सिटी की राज्य स्तरीय अंतर महाविद्यालयीन टेबल-टेनिस का दो दिवसीय खेल का शुभारंभ किया। स्पर्धा का फाइनल मुकाबला और पुरस्कार वितरण समारोह 18 अक्टूबर को सायं 4 बजे होगा जिसके मुख्य अतिथि एमडी श्रीबालाजी ग्रुप ऑफ हास्पिटल श्रीमती नीता नायक होंगी। अंतर महाविद्यालयीन इस प्रतियोगिता में राज्य के मेडिकल, डेंटल, फिजियोथैरेपी नर्सिंग एवं आयुर्वेदिक के लगभग 18 टीमें हिस्सा ले रही है। सोमवार को खेले गए लीग मुकाबले में पुरूष वर्ग में ग्रुप ए में जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज और जीएमसी अंबिकापुर। ग्रुप बी में श्रीबालाजी मेडिकल कालेज एवं रिम्स शीर्ष स्थान पाने में सफल रही। बालिकाओं में रिम्स जीएमसी रायगढ़़ और नेहरू मेडिकल कालेज रायपुर राजीव लोचन आयुर्वेदिक कालेज दुर्ग शीर्ष स्थान बनाने में कामयाब रहे। खेल स्पर्धा के मुख्य निर्णायक डॉ. अनिल दुबे एवं सह निर्णायक डॉ. प्रारब्ध अग्रवाल थे।

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