किरंदुल. 15 नवंबर. सन 1894 में अंग्रेजों से लगान माफी के लिए आंदोलन का आगाज करने वाले तथा 1897 से फिरंगियों के विरूद्ध सशस्त्र क्रांति का बिगुल फूंकने वाले महानायक बिरसा मुंडा की 152वीं जयंती को एनएमडीसी लिमिटेड किरन्दुल परियोजना द्वारा बीआईओपी विद्यालय, किरन्दुल में जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। मुख्य अतिथि की आसंदी से महाप्रबंधक (उत्पादन) एस. बी. सिंह द्वारा बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित की गई एवं सारगर्भित उद्बोधन में उनके द्वारा देशहित के लिए दिए गये बलिदान पर प्रकाश डाला गया। स्वागत भाषण सहायक महाप्रबंधक (कार्मिक) धर्मेन्द्र सिन्हा द्वारा दिया गया।
विशिष्ठ अतिथियों सतीश प्रकाश नेताम और फूलसिंह मरकाम द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की जीवनी के बारे में सविस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। डीएवी विद्यालय, किरन्दुल के छात्रों द्वारा जनजातीय नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर जनजातीय हितों के लिए कार्य करने वाले समाजसेवकों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में महाप्रबंधक (विद्युत सेवा) एन सुब्रमण्यम, उप महाप्रबंधक (कार्मिक) बी. के. माधव, मेटल माईन्स वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष विनोद कश्यप, सचिव ए.के. सिंह, चिन्नास्वामी, राजेंद्र यादव, एसकेएमएस के अध्यक्ष के साजी, कार्यकारी अध्यक्ष मधुकर सिताप राव, एन रेड्डी सहित समस्त विभागों के विभागाध्यक्ष, कर्मचारीगण उपस्थित थे। सहायक महाप्रबंधक (कार्मिक) अभिजीत घोष द्वारा आभार व्यक्त किया गया।