जगदलपुर। बस्तर जिले के कोड़ेनार थाना क्षेत्र के किलेपाल में भाजपा जिला महामंत्री व आगामी विधानसभा चुनाव में चित्रकोट विधानसभा सीट के दावेदार बुधराम करटाम की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। बुधराम, सुबह चार बजे रोज की तरह सैर पर निकले थे। सात घंटे बाद करीब 11.30 बजे उनके घर से दो किमी दूर नेशनल हाईवे 30 पर पुलिया के नीचे उनका शव पड़ा मिला। बता दें कि जहां उनका शव मिला है, उससे करीब आधा किमी पहले उनके जूते अलग-थलग पड़े हुए थे। बुधराम के शव पर सिर, जांघ व अन्य स्थान पर चोट के निशान भी देखे गए हैं। परिस्थिति को देखते हुए स्वजन हत्या की आशंका जता रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, इधर जैसे ही शव मिलने की खबर क्षेत्र में फैली, विधायक राजमन बेंजाम, पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, पूर्व विधायक बैदूराम कश्यप, पूर्व विधायक लच्छूराम कश्यप सहित अन्य भाजपा नेता भी घटनास्थल पर पहुंच गए। घटनास्थल पर हजारों की संख्या में भीड़ एकत्र हो गई है। क्षेत्र के कद्दावर नेता की संदिग्ध मौत के बाद जिले के एसपी जितेन्द्र सिंह मीणा सहित एसडीओपी केशलूर ऐश्वर्य चंद्राकर, थाना प्रभारी विकास राय व अन्य पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच कर छानबीन शुरू की। पुलिस की टीम ने घटनास्थल को अपने कब्जे में लेकर शव का निरीक्षण कर साक्ष्यय जुटाने के बाद शव को डिमरापाल मेडिकल कालेज पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। इधर फोरेंसिक टीम घटनास्थल पर अब भी साक्ष्य ढूंढने की कोशिश कर रही है।
मृतक की पत्नी फगनी करटाम ने बताया, रोज सुबह सैर पर जाकर आठ बजे तक वापस लौट आना बुधराम की दिनचर्या थी। सुबह जब वे देर तक नहीं आए तो फोन पर काल करने पर फोन नहीं उठा रहे थे। सगे-संबंधियों को फोन कर पूछने पर बताया कि वे उनके पास भी नहीं गए थे। इसके बाद घरवालों ने खोजबीन शुरू की। जिस ओर वे रोज दौड़ने जाते थे उस सड़क पर घटनास्थल से करीब सौ-दो सौ मीटर पहले जूता पड़ा हुआ मिला। थोड़ी दूर आगे सड़क किनारे पुलिया के नीचे शव पड़ा मिला। इसके बाद पुलिस को तत्काल सूचना दी गई।
वर्जन: बुधराम का शव जिस परिस्थति में मिला है व शरीर पर जिस तरह की चोट दिख रही है। प्रथम दृष्टया यह सड़क दुर्घटना प्रतीत हो रही है। जूतों के अलग-थलग मिलने व शव के अन्यत्र होने से परिस्थिति संदेहजनक है। स्वजन हत्या की आशंका जता रहे हैं। पुलिस हर बिंदु से घटना की जांच कर रही है। फोरेंसिक साक्ष्य भी जुटाने का प्रयास कर रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा।