बालोद- कलेक्टर डॉ गौरव कुमार सिंह ने कहा कि जिले के गौठानों में विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधियों का संचालन सुनिश्चित करें। गौठानों में स्वसहायता समूहों को निरंतर आयमूलक गतिविधियों से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाए। डाॅ. सिंह वर्चुअल माध्यम से पंचायत एवं ग्रामीण विकास, कृषि, उद्यानिकी, मछलीपालन और पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की बैठक में निर्देशित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गौठानों को ग्रामीण औद्योगिक केन्द्र के रूप में विकसित करें। कलेक्टर ने प्रत्येक विकासखण्ड में वृहद वृक्षारोपण करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चिन्हित स्थानों व सड़क के दोनो किनारों में वृक्षारोपण करें और उसकी सम्पूर्ण देखरेख सुनिश्चित करें। कलेक्टर डाॅ. सिंह ने कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत् गौठानों में नियमित रूप से गोबर खरीदी का कार्य सुनिश्चित करें। गोबर खरीदी के निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप ही शतप्रतिशत मात्रा में गोबर खरीदी करें। तथा वर्मी कम्पोस्ट निर्माण का कार्य सतत् रूप से जारी रखें। कलेक्टर ने ग्रामों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत् कार्य स्वीकृत कर ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराए तथा मजदूरी भुगतान से संबंधित किसी भी प्रकार का देयक लंबित न रहे। विकासखण्ड स्तर पर पेंशन भुगतान और राशन कार्ड से संबंधित सभी समस्याओं का निराकरण तत्काल सुनिश्चित करें।
राजस्व प्रकरणों के निराकरण में नियमानुसार कार्य करें-
कलेक्टर डाॅ गौरव कुमार सिंह ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जिले में राजस्व प्रकरणों के निराकरण में तेजी लाए। नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन सहित जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र और निवास प्रमाण पत्र से संबंधित आवेदनों का निराकरण शीघ्रता से करें। सिंह ने कहा कि राजस्व प्रकरणों के निराकरण में नियमानुसार कार्य करें। राजस्व प्रकरणों के निराकरण में किसी प्रकार की त्रुटि न हो। सभी प्रकरणों का निराकरण समय-सीमा में करें। इससे आमजनों को सहुलियत होगी। कलेक्टर ने कहा कि राजस्व अधिकारी अपने कार्यालय में सभी मूलभूत सुविधा तथा स्वच्छता बनाए रखें।