शक्ति विकासखंड में नहर ऊपर 30 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण होना है 36 करोड़ की लागत से ,वर्ष 2018 के सितंबर माह में हुआ था द्वारी सुन्दरेली से मसनिया तक नहर सड़क निर्माण का भूमि पूजन
ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को दूरी कम करने के उद्देश्य से नहर पर बनी थी सड़क निर्माण की योजना
निर्माण कार्य में कहीं भी कार्य की जानकारी का नहीं लगाया गया है बोर्ड
सक्ती-शक्ति विकासखंड में मिनीमाता हसदेव बांगो नहर संभाग की नहरों के ऊपर सुंदरेली द्वारी से जांजगीर-चांपा जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग के अंतिम छोर मसनिया तक लगभग 30 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण करीब 36 करोड़ की लागत से होना है, तथा उपरोक्त निर्माण कार्य का भूमि पूजन वर्ष- 2018 के सितंबर माह में राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के विकास यात्रा के दौरान शक्ति आगमन पर शक्ति शहर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेडियम बुधवारी बाजार ग्राउंड में आयोजित विशाल सभा के दौरान तत्कालीन विधायक डॉक्टर खिलावन साहू की पहल पर किया गया था, किंतु दुर्भाग्य यह है कि वर्ष- 2018 के बाद हुए विधानसभा चुनाव में राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद 1 वर्ष बाद उपरोक्त सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ हुआ, तथा वर्ष 2022 के मार्च माह की बात करें तो लगभग 30 किलोमीटर प्रस्तावित सड़क में से करीब 05 किलोमीटर सड़क का ही डामरीकरण कार्य आज पर्यंत तक हो पाया है तथा सड़क निर्माण की गुणवत्ता एवं इसके निर्माण में उपयोग किए जाने वाली सामग्री को देखकर सहज ही यह अंदाज लगाया जा सकता है कि उपरोक्त सड़क निर्माण के बाद इसका लाभ क्षेत्र की जनता को कितने वर्षों तक मिल पाएगा, तथा संबंधित निर्माण एजेंसी की उदासीनता एवं लापरवाही के चलते क्षेत्र की जनता को नहरों के ऊपर प्रस्तावित इस सड़क का लाभ नहीं मिल पा रहा है, तथा वर्ष- 2018 से पूर्व इस सड़क निर्माण की परिकल्पना कर इसे मूर्त रूप प्रदान किया गया था, कि जिले के अंतिम छोर के लोगों को चांपा तक पहुंचने के लिए नहरों के ऊपर से कम दूरी में ही एवं कम समय में ही यात्रा हो सके किंतु आज भी क्षेत्र की जनता इस सुविधा से वंचित है, तथा इसके पीछे ना जाने क्यों या तो संबंधित निर्माण एजेंसी की निर्माण में रुचि नहीं नजर आती, तो वही ऐसा लगता है कि संबंधित कार्य के विभाग प्रमुख भी उपरोक्त कार्य को निर्धारित समयावधि में पूर्ण कराने में उत्साहित नहीं है, जिसके चलते 4 वर्षों में केवल 05 किलोमीटर सड़क का ही निर्माण हो पाना दुर्भाग्य जनक है
तथा इस संबंध में जब शक्ति विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक डॉक्टर खिलावन साहू से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि क्षेत्र की जनता के लिए कम दूरी एवं कम समय में यात्रा तय हो इस सोच से लगभग 36 करोड़ की लागत से इस सड़क निर्माण की स्वीकृति तत्कालीन डॉ रमन सिंह की सरकार में दिलवाई गई थी, किंतु इस निर्माण कार्य के भूमि पूजन के 1 वर्ष बाद प्रारंभ होने पर भी निर्माण एजेंसी निर्धारित मापदंडों के अनुरूप कार्य नहीं कर रही है, तथा विभाग के अधिकारी भी कार्य को करवाने में रुचि नहीं ले रहे हैं, जिसके चलते आज यह स्थिति बनी हुई है
उल्लेखित हो कि नहरों के ऊपर सुगम यात्रा की परिकल्पना तो जनप्रतिनिधियों ने कर डाली, किंतु आखिर में यह परिकल्पना कब साकार होगी इसे लेकर सवालिया निशान लगा हुआ है, तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री भी प्रदेश में विकास के लिए कोई कमी नहीं होने की बात कहते हैं,किंतु शक्ति विकासखंड की इस द्वारी सुन्दरेली से मसानिया खुर्द तक नहर के ऊपर बनने वाली सड़क निर्माण कार्य को देखते हुए यह सभी बेमानी साबित होता है, किंतु उसके बावजूद अगर यह सड़क शीघ्र ही पूर्ण हो जाए तो क्षेत्र की जनता को इसका लाभ मिलेगा, तथा राष्ट्रीय राजमार्गों पर होने वाले आए दिन सड़क दुर्घटनाओं से भी जहां लोगों को निजात मिल सकेगा तो वही कम समय में अधिक दूरी तय करने से लोगों के इंधन की भी बचत होगी तथा संबंधित विभाग को भी चाहिए कि इस दिशा में निर्माण एजेंसी को निर्देशित करते हुए समय सीमा में कार्य करने हेतु पहल करें, तथा क्षेत्र के नागरिकों का कहना है कि उपरोक्त सड़क निर्माण के दौरान जहां निर्माण एजेंसी द्वारा लापरवाही बरती जा रही है एवं उक्त मार्ग पर ग्राम वासियों को आवागमन करने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, तथा निर्धारित समय अवधि में कार्य पूर्ण ना होने से पूरे क्षेत्रवासी काफी परेशान हैं, एवं कछुआ गति से निर्माण किया जा रहा है, जिससे लोगों को काफी घूमकर यात्रा करनी पड़ रही है
उपरोक्त निर्माण कार्य के संबंध में लोक निर्माण विभाग उप संभाग शक्ति के अनुविभागीय अधिकारी राकेश द्विवेदी से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि उपरोक्त निर्माण 2018 में प्रारंभ हुआ था, किंतु कोरोना संक्रमण की महामारी एवम लॉक डाउन के चलते निर्माण कार्य नहीं हो पाया एवं संबंधित निर्माण एजेंसी द्वारा निर्माण के लिए टाइम एक्सटेंशन की प्रक्रिया भी उच्च विभाग से की गई है, तथा जून- 2022 तक उपरोक्त निर्माण पूर्ण होने की समय सीमा निर्धारित है, एवं 5 किलोमीटर सड़क का निर्माण पूर्ण हो चुका है, तथा शेष निर्माण में डब्ल्यूबीएम एवं डामर की प्रक्रिया चल रही है