दिवाली बिल्कुल करीब है। इसे सोने की खरीदारी के लिए सबसे शुभ समय माना जाता है। यह कहा जाता है कि धनतेरस पर सोने की खरीदारी धन और समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी को सीधे तौर पर अपने घर पर आमंत्रित किए जाने के बराबर है। इसके अलावा सोने को निवेश का सुरक्षित साधन (सेफ हेवेन) समझा जाता है क्योंकि यह संकट के समय विश्वसनीय निवेश विकल्प साबित होता है। इसके साथ ही साल-दर-साल इसकी वैल्यू भी बनी रहती है। इसका इस्तेमाल आम तौर पर मुद्रास्फीति और मुद्रा के मूल्य में नुकसान से बचाव के लिए किया जाता है।
सोने की स्वीकार्यता दुनियाभर में है, इस वजह से यह महंगाई दर से ज्यादा रिटर्न देने में सक्षम है। अगर हम पिछले 30 साल पर गौर करें तो यह कहा जा सकता है कि सोने ने 10 प्रतिशत का सालाना रिटर्न दिया है। चूंकि, भविष्य के बारे में कुछ भी पता नहीं है, ऐसे में प्रतिकूल परिस्थितियों के लिए इंश्योंरेंस हमेशा से अच्छी डील रही है और सोना अतीत में भी सुरक्षा और समृद्धि में सहायक साबित होता रहा है और इसके आने वाले समय में भी जारी रहने की संभावना है।
सोना निवेश के सबसे उपयुक्त विकल्पों में से एक है। ऐसे में सोने की खरीद केवल फिजिकल गोल्ड की खरीद तक सीमित नहीं है। टेक्नोलॉजी के बढ़ने के साथ सोने को ऑनलाइन खरीदा और स्टोर किया जा सकता है। निवेशक अपने इंवेस्टमेंट के लक्ष्य, समय और जोखिम लेने की क्षमता के हिसाब से उपलब्ध विकल्पों में से अपने लिए उपयुक्त ऑप्शन्स को चुन सकते हैं। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGBs), गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Gold ETFs), गोल्ड म्यूचुअल फंड्स, गोल्ड डिराइएटिव्स कॉन्ट्रैक्टस, डिजिटल गोल्ड एंड इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीट्स (EGRs) इन विकल्पों में शामिल हैं।