चाइना में कोरोना की रफ्तार बेकाबू हो गई है. इसी कड़ी में भारत में भी केंद्र सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है. कोरोना अलर्ट का असर गुरुवार को संसद के शीतकालीन सत्र में देखने को मिला. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मास्क पहनकर संसद पहुंचे हैं. लोकसभा अध्यक्ष आम बिरला और राज्यसभा अध्यक्ष जगदीप धनखड़ भी मास्क पहने नजर आए. कई सांसद ऐसे भी दिखे जिन्होंने मास्क नहीं लगाया था.
ओम बिरला ने सभी सांसदों से कोरोना को लेकर सतर्क रहने की अपील की. उन्होंने कहा कि एक बार फिर महामारी विकराल रूप धारण कर रही है, इसलिए सभी को सतर्क रहना होगा. संसद में सभी के लिए मास्क अनिवार्य कर दिया गया है. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के भी निर्देश दिए हैं.
विपक्षी सांसदों ने किया वॉकआउट
संसद में पिछले कई दिनों से चल रहा हंगामा आज भी जारी रहा. रणनीति पर चर्चा के लिए विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कक्ष में बैठक की, जिसके बाद कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियों ने चीनी घुसपैठ पर सरकार से चर्चा की मांग की.
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी और मनीष तिवारी ने चीन के साथ सीमा स्थिति पर चर्चा के लिए राज्यसभा में नियम 267 के तहत सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया था. हालांकि इस पर चर्चा नहीं हो सकी, जिसके बाद विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा में वॉकआउट किया. वहीं, विपक्ष के हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही भी कुछ देर के लिए स्थगित कर दी गई.
संसद में कोरोना को लेकर सावधानी
संसद के शीतकालीन सत्र में हंगामे की गर्मी के बीच कोरोना का असर भी देखने को मिला. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में प्रवेश करते समय सभी सांसदों, मंत्रियों और अधिकारियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया, जो भी सांसद बिना मास्क लगाए अंदर जा रहे थे, उन्हें मास्क दिया जा रहा है.
लोकसभा अध्यक्ष ने सतर्कता और सावधानी बरतने की अपील करते हुए कहा कि पिछले अनुभवों को ध्यान में रखते हुए सावधानी बरतने की जरूरत है. राज्यसभा में भी सभी सांसद मास्क पहने नजर आए, वहीं सभापति भी मास्क पहने नजर आए.