बालोद- जिले से एक ऐसी खबर आपको बताने जा रहे है। जहां दो दिव्यांगों को योजना का लाभ नही मिल रहा है। 2 साल से विभाग के चक्कर लगाने मजबूर है। आलम यह है कि दोनों भीख मांगकर जीवन यापन करने मजबूर है। जिले के दल्लीराजहरा के रहने वाले दिव्यांग देवेन्द्र कुमार और फलेश्वर कुमार दोनों पैरों से दिव्यांग है। हाथो के सहारे जमीन पर चलते है। जिसके चलते दोनों के पैरों में घाव और खून भी निकलता है। बीते 2 साल से देवेन्द्र कुमार दिव्यांगता प्रमाण पत्र के लिए समाज कल्याण विभाग के चक्कर लगा रहा है। लेकिन आज तक उसका दिव्यांग सर्टिफिकेट नही बना। वही फलेश्वर कुमार का सर्टिफिकेट बन जाने के बाद भी योजना का लाभ नही मिल रहा है और सबसे बड़ी बात की ये दोनों बीते 2 साल से दल्लीराजहरा से बालोद जिला मुख्यालय 28किमी का सफर तय कर किराए का वाहन कर आते है। जिसका किराया भी लोगो से भीख मांग कर वहन करते है और इससे भी बड़ी बात की यह पूरा मामला विभागीय मंत्री यानि कि समाज कल्याण मंत्री अनिला भेड़ियाँ के विधानसभा क्षेत्र का है। इस पूरे मामले में विभाग के जिम्मेदार अधिकारी की लापरवाही साफ नज़र आ रही है। जिसकी वजह से पैरों से दिव्यांग ये दोनों बीते 2 साल से विभाग के चक्कर लगाकर थक चुके है। वही मामले में समाज कल्याण विभाग के अधिकारी ने गैरजिम्मेदाराना बयान देते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग ही बता सकते है कि सर्टिफिकेट अब तक क्यो नही बना और आने वाले 24 जनवरी को मोटराइज्ड ट्रायसिकल प्रदान करने की बात कही।