सक्ती-बिलासपुर शहर में रोटरी क्राउन एक ऐसी टीम जो उस समय अस्तित्व में आई जब शहर एक मुश्किल वक्त से गुजर रहा था जिसमें सभी सामाजिक संस्थाएं एकजुट होकर मानवता के लिए कार्य कर रही थी रोटी क्राउन अपने आप में नारी शक्ति का पर्याय है, जिसने कोविड के समय प्लाज्मा की व्यवस्था ,ब्लड की व्यवस्था, ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था, भोजन की व्यवस्था आदि कार्य तो किए ही साथ ही किसी कन्या की शादी में सहायता करनी हो या महिलाओं को स्वावलंबी बनाना हो या किसी बच्चे की पढ़ाई रुक रही हो उसकी स्कूल की फीस भरनी है उसे किताबे दिलाना हो कॉपी दिलाना हो इन सभी कार्यों में रोटरी क्रॉउन ने अपना एक अलग ही स्थान बनाया है फ्रंट वारियर्स का भी काफी साथ दिया है ताकि वह अपनी सुरक्षा भी साथ में कर सकें इसी इसी कड़ी में “नववर्ष की शुरुआत शिक्षा के साथ” इस धारणा को आगे बढ़ाते हुए जब रोटरी क्राउन की मेंबर के पास सीमा अग्रवाल जी का फोन आया कि एक बच्ची की क्लास 12 की स्कूल फीस भरनी है अगर फीस ना भरी गई तो बच्ची ट्वेल्थ बोर्ड की परीक्षा नहीं दे पाएगी और उसका पूरा 1 साल खराब हो जाएगा उस बच्ची के पिता स्वास्थ्य कारणों से कार्य करने में अक्षम है तब रोटरी क्राउन की मेंबर ने यह बात रोटरी की असिस्टेंट गवर्नर पायल लाठ को बताई फिर सेक्रेटरी निरू बिष्ट ने उस बच्ची से बात करी पूरे हालात को समझा उसके बाद आज स्कूल जाकर उसकी क्लास 12 की फीस उस बच्ची के सामने ही स्कूल में जमा कर दी गई इस कार्य में रोटरी से रोटरी के असिस्टेंट गवर्नर पायल लाठ , सेक्रेटरी नीरू बिष्ट , मेंबर भारती मोदी एवं सीमा अग्रवाल व बच्ची उपस्थित थे साथ ही रोटरी क्राउन के द्वारा इस बच्ची को आश्वासन दिया गया कि उसकी आगे की पढ़ाई के लिए भी जो भी सहयोग बनेगा रोटरी क्राउन की तरफ से किया जाएगा शिक्षा दान से बड़ा कोई दान नहीं होता और फिर यह तो एक लड़की की शिक्षा का सवाल है जिसको की आगे जाकर दो घरों को संभालना है एक नारी शिक्षित होती है तभी एक समाज शिक्षित होता है।