14 फरवरी से प्रारंभ हुआ है स्कूल संचालकों का असहयोग आंदोलन
सक्ति– छत्तीसगढ़ प्रदेश स्तर पर अशासकीय विद्यालय प्रबंधक संघ ने 14 फरवरी से अपने क्रम बद्ध असहयोग आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है, तथा विगत दिनों अशासकीय विद्यालय प्रबंधक संघ शक्ति की बैठक संपन्न हुई थी, जिसमें प्रदेश संगठन के निर्देशानुसार शक्ति में भी अशासकीय विद्यालयों को आरटीई की राशि के संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन देने तथा क्रम बद्ध आंदोलन करने का निर्णय लिया गया था, इसी श्रृंखला में 14 फरवरी को संघ के पदाधिकारी/ सदस्यों ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय शक्ति पहुंचकर डी ई ओ बी एल खरे को अपने असहयोग आंदोलन के विरोधात्मक स्वरूप गुलाब का फूल भेंट किया
तथा इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन प्रेषित करते हुए समस्त अशासकीय स्कूलों की आरटीई की राशि का भुगतान करने का आग्रह किया है,वही इस दौरान अशासकीय विद्यालय प्रबंधक संघ के सदस्यों ने बताया कि उनके द्वारा यह आंदोलन प्रदेश संगठन के निर्देश पर किया जा रहा है, तथा 14 फरवरी के बाद पुनः दो चरणों में और यह आंदोलन जारी रहेगा, इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी बीएल खरे ने भी अशासकीय विद्यालय प्रबंधक संघ की मांगों पर शीघ्र ही अपने उच्चाधिकारियों से चर्चा करने की बात कही है, गुलाब का फूल भेंट करने गएप्रतिनिधिमंडल में अशासकीय विद्यालय प्रबंधक संघ शक्ति के अनुनय कॉन्वेंट स्कूल के संचालक योगेश साहू, लिटिल फ्लावर इंग्लिश मीडियम स्कूल के संचालक तेजप्रकाश उपाध्याय,जे बी डीए व्ही स्कूल के संचालक अनिल दरयानी, गुंजन एजुकेशन सेंटर के संचालक नितिन सोनी, तेजप्रकाश जायसवाल सहित काफी संख्या में क्षेत्र के विद्यालय संचालक एवं उनके प्रतिनिधि मौजूद रहे
वहीं ज्ञापन देकर लौटे संघ के सदस्यों ने बताया कि अशासकीय विद्यालयों को उनकी आरटीई की राशि का भुगतान आज पर्यंत तक नहीं किया गया है, जिससे विद्यालय संचालकों को विद्यालय चलाना मुश्किल हो गया है, एवं शासन द्वारा प्रतिवर्ष निर्धारित मापदंडों के अनुरूप आरटीई के तहत विद्यालयों में प्रवेश करवाया जाता है तथा उसके एवज में विद्यालयों को मिलने वाली राशि को देने में शासन आनाकानी कर रही है