बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री राम विचार नेताम ने आज बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के जनपद पंचायत रामचन्द्रपुर अंतर्गत ग्राम नावाडीह में आयोजित समाधान शिविर – 2025 का दीप प्रज्वलन कर विधिवत शुभारंभ किया। यह शिविर सुशासन तिहार अभियान के तहत आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य है – सरकार की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना और जनसमस्याओं का मौके पर ही त्वरित समाधान सुनिश्चित करना।
इस अवसर पर कृषिमंत्री ने ग्रामीणों से सीधे संवाद स्थापित करते हुए उनकी समस्याएं गंभीरता से सुनीं और संबंधित अधिकारियों को तत्काल निराकरण के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” के विजन से प्रेरित है और छत्तीसगढ़ सरकार इसे जमीनी स्तर पर सफलतापूर्वक लागू कर रही है।
योजनाओं का लाभ वितरण: जन-जन तक पहुंची सरकार
समाधान शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों को सीधे प्रदान किया गया। कृषिमंत्री नेताम ने किसान भाइयों को किसान किताबें वितरित कीं, जिससे वे फसल चक्र, उन्नत तकनीकों और सरकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकें। वहीं प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभार्थियों को मकान की चाबियां सौंपी गईं, जिससे अब वे अपने पक्के घर का सपना साकार कर पाएंगे। आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य सुरक्षा कार्ड प्रदान किए गए, जिससे प्रत्येक लाभार्थी परिवार को ₹5 लाख तक की वार्षिक स्वास्थ्य सुविधा सुनिश्चित हो सके।
महिलाओं और बच्चों को मिला विशेष सम्मान
कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मान प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। कृषि विभाग और स्वयं सहायता समूहों के संयुक्त प्रयासों से सब्जी उत्पादन कर रहीं महिला किसानों को कृषिमंत्री ने विशेष रूप से प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने में महिलाओं की भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा अन्नप्राशन संस्कार के तहत बच्चों को खीर खिलाकर संस्कार पूर्ण कराया गया, जिससे कार्यक्रम में सामाजिक-सांस्कृतिक महत्व भी जुड़ गया।
विभागीय स्टॉल्स का अवलोकन और अधिकारियों को निर्देश
मंत्री नेताम ने मौके पर लगाए गए विभागीय स्टॉल्स का अवलोकन कर विभिन्न योजनाओं की जानकारी ली और संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक हितग्राही को पारदर्शी प्रक्रिया के तहत योजना का लाभ समय पर उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे योजनाओं के प्रति जागरूक बनें और हरसंभव लाभ लें।
सुशासन की ओर एक ठोस कदम
कृषिमंत्री ने कहा, “समाधान शिविर सिर्फ शिकायत सुनने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह जनसेवा की हमारी प्रतिबद्धता को सिद्ध करने का अवसर है। हमारा लक्ष्य है कि शासन की हर योजना का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे और इसके लिए हम निरंतर प्रयासरत हैं।” उन्होंने अधिकारियों से कहा कि समस्याओं का समाधान केवल कागजों पर नहीं, जमीन पर दिखना चाहिए। इसके लिए सुशासन तिहार के माध्यम से जिले और ब्लॉक स्तर पर निगरानी और कार्यान्वयन की प्रक्रिया को और सशक्त बनाया जा रहा है।
ग्रामीणों में उत्साह, योजनाओं से बढ़ा भरोसा
शिविर में बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे और उन्होंने समाधान शिविर की प्रक्रिया को उपयोगी और प्रभावी बताया। अनेक लोगों ने कहा कि पहली बार उन्हें अपनी समस्या पर इतने कम समय में कार्रवाई होते हुए देखना मिला। विशेषकर महिलाओं और किसानों ने योजनाओं की पारदर्शिता की सराहना की। समाधान शिविर – 2025 न केवल शासन और जन के बीच संवाद की कड़ी को मजबूत करता है, बल्कि यह जनभागीदारी को बढ़ाकर शासन में विश्वास की नींव और गहरी करता है। बलरामपुर जिले में इस शिविर का सफल आयोजन सुशासन के उस लक्ष्य की ओर एक सार्थक कदम है, जहां जनता की आवाज सीधे सरकार तक पहुंचती है और उसका समाधान तुरंत सुनिश्चित किया जाता है।