रायपुर। प्रदेश भाजपाध्यक्ष विष्णुदेव साय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नन्द कुमार बघेल के खिलाफ हुई कार्रवाई को सामाजिक-धार्मिक सौहार्द के हित में बताया है। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते मुख्यमंत्री ने इस तरफ ध्यान दिया होता तो आज हालात इतने नहीं बिगड़ते। साय ने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद से ही बघेल लगातार देश-धर्म-जातियों के खिलाफ भड़काउ और उकसाउ बयानबाजी करते रहे थे। इससे पहले भी जब कांग्रेस सत्ता में थी और भूपेश बघेल मंत्री थे, तब भी उनके पिता ने आपत्तिजनक किताब के द्वारा सामजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की थी। साय ने कहा कि नन्द कुमार बघेल के नाम से बने प्रोफाइलों से नक्सलियों के हित तक में बयानबाजी अभी होती रही है। यहां तक कि हमारे राष्ट्र की आत्मा मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी से भी बघेल बाज नहीं आ रहे थे।
साय ने बुधवार को मीडिया को जारी अपने बयान में कहा कि भाजपा लगातार कांग्रेस सरकार को इन घटनाक्रमों के बारे में सावधान करती आ रही थी, लेकिन कभी सीएम बघेल ने ध्यान नहीं दिया। मामला क्योंकि सीधे मुखिया के पिता से जुडा था, ऐसे में प्रशासन भी इनके खिलाफ कदम उठाने का साहस नहीं कर पा रही थी। ऐसे में सर्व समाज में आक्रोश बढ़ता जा रहा था। उन्होंने कहा कि इस समय कार्रवाई के लिए हरी झंडी दिखाने के भले अलग सियासी कारण हो, फिर भी इस कार्रवाई पर संतोष व्यक्त किया जा सकता है। प्रदेश भाजपाध्यक्ष साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ समूचे देश में शान्ति और सद्भाव के टापू के रूप में जाना जाता रहा है। हमें अपनी विशिष्ट पहचान और संस्कृति पर गर्व है। इस पहचान से खिलवाड़ करने की अनुमति किसी को भी नहीं दी जा सकती, चाहे वे कोई भी हो।