हाईटेक बस स्टैंड निर्माण पर गरमाई सियासत — जिला प्रेस क्लब बलौदाबाजार के बाद अब पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष विक्रम पटेल ने लगाई गंभीर आपत्ति

कुकरदी में भूमि परिवर्तन पर सवाल — प्रदूषण, जनसुरक्षा और पारदर्शिता पर उठे बड़े प्रश्न

24 को सुनवाई की अंतिम तिथि, जिला प्रशासन की भूमिका पर टिकी निगाहें

बलौदाबाजार , जिले में प्रस्तावित हाईटेक बस स्टैंड निर्माण अब विवादों के घेरे में आ गया है। जहां एक ओर प्रशासन इसे आधुनिक परिवहन व्यवस्था की दिशा में बड़ा कदम बता रहा है, वहीं दूसरी ओर जिला प्रेस क्लब बलौदाबाजार और पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष विक्रम पटेल ने इस योजना के भूमि परिवर्तन को लेकर गंभीर आपत्तियां दर्ज कराई हैं।
इस मुद्दे ने जिलेभर में लोकहित, पर्यावरणीय सुरक्षा और प्रशासनिक पारदर्शिता को लेकर नई बहस छेड़ दी है।

परसाभदेर से कुकुरदी तक — कहां अटकी योजना की गाड़ी

जिला प्रेस क्लब ने अपने अभिलेखों के साथ यह जानकारी दी है कि 14 अक्टूबर 2025 को स्थानीय समाचार पत्रों में प्रकाशित एक इश्तहार में यह स्पष्ट हुआ कि हाईटेक बस स्टैंड निर्माण के लिए पहले प्रस्तावित परसाभदेर लवन रोड की लगभग 5 एकड़ भूमि को बदलकर अब ग्राम कुकुरदी, पटवारी हल्का नंबर 23, राजस्व निरीक्षक मंडल अर्जुनी के खसरा नंबर 406 की लगभग 3.15 एकड़ भूमि पर स्थानांतरित कर दिया गया है।

प्रेस क्लब के पदाधिकारियों का कहना है कि यह परिवर्तन लोकहित में उचित नहीं है। इस पर 15 अक्टूबर को प्रेस क्लब की विशेष बैठक बुलाई गई, जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि इस विषय पर तहसील कार्यालय में विधिवत आपत्ति दर्ज कराई जाए। लोकहित को देखते हुए 16 अक्टूबर को प्रेस क्लब ने लिखित में अपनी ओर से आधिकारिक आपत्ति पत्र दर्ज कराया।

कुकुरदी क्षेत्र के चयन पर उठे सवाल — प्रदूषण और खतरों की दस्तक

प्रेस क्लब द्वारा प्रस्तुत आपत्ति में कहा गया है कि ग्राम कुकुरदी का क्षेत्र अल्ट्राटेक और अंबुजा सीमेंट संयंत्रों के माइंस क्षेत्र के नजदीक स्थित है। ऐसे में वहां निरंतर धूल, धुआं और भारी वाहन संचालन से प्रदूषण, दुर्घटना और स्वास्थ्य संबंधी जोखिम उत्पन्न हो सकते हैं। इसके अलावा, यह भी कहा गया है कि नई भूमि का रकबा मात्र 3.15 एकड़ है, जबकि पहले प्रस्तावित भूमि 5 एकड़ की थी। यानी नई भूमि छोटी है, जिससे भविष्य में बस स्टैंड का विस्तार या यात्री सुविधाओं का समुचित विकास मुश्किल हो सकता है। प्रस्तावित रेल्वे स्टेशन से ग्राम परसाभदेर की दूरी केवल आधा किलोमीटर है, वहीं ग्राम कुकुरदी की दूरी प्रस्तावित रेल्वे स्टेशन से 7 किलोमीटर दूर है जिससे आमजनों के साथ समय और रकम दोनों की लूट होना प्रतीत होता है l ऐसे में प्रशासन को लोकहित को पहले प्राथमिकता देनी चाहिए l

इसके अलावा भी प्रेस क्लब के अध्यक्ष नरेश गनशानी ने कहा —

> “हम किसी विकास कार्य के विरोधी नहीं हैं, लेकिन जब कोई परियोजना सीधे जनता के जीवन, पर्यावरण और सुविधा से जुड़ी हो, तो उसकी योजना पारदर्शी होनी चाहिए। कुकुरदी क्षेत्र प्रदूषण और औद्योगिक गतिविधियों के बीच घिरा हुआ है, वहां बस स्टैंड बनाना समझदारी नहीं होगी। हमें पहले लोकहित को प्राथमिकता देनी चाहिए”

पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष विक्रम पटेल भी आए समर्थन में

इस प्रकरण पर नगर के पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष विक्रम पटेल ने भी सार्वजनिक रूप से लिखित आपत्ति दर्ज कराई है। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया है कि पुराने प्रस्तावित स्थल पर ही बस स्टैंड का निर्माण किया जाए।

 पटेल ने कहा —

> “हाईटेक बस स्टैंड शहर का चेहरा होगा, परंतु इसे ऐसे स्थान पर नहीं होना चाहिए जहाँ जनता को प्रदूषण और यातायात की कठिनाइयों का सामना करना पड़े। यह निर्णय जनहित में पुनर्विचार योग्य है। यदि प्रशासन ने जल्द उचित कदम नहीं उठाया तो नागरिक आंदोलन का रास्ता भी अपनाया जा सकता है।”

जनता में बढ़ी बेचैनी, प्रशासन पर सवाल

जिले के नागरिकों और सामाजिक संगठनों में यह विषय चर्चा का केंद्र बन गया है। नागरिकों का कहना है कि परसाभदेर लवन रोड वाला स्थल रेलवे स्टेशन से मात्र आधा किलोमीटर की दूरी पर है, जो यातायात दृष्टि से सुविधाजनक और विकास संभावनाओं से भरपूर है। वहीं कुकुरदी क्षेत्र में बस स्टैंड बनाए जाने से शहर का ट्रैफिक और प्रदूषण दोनों बढ़ सकते हैं।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि प्रशासन को बिना जन सहमति के भूमि परिवर्तन नहीं करना चाहिए। कई संगठन आगामी सुनवाई के बाद जन प्रतिनिधियों से मिलकर सामूहिक ज्ञापन देने की तैयारी में हैं।

24 अक्टूबर को है सुनवाई की अंतिम तिथि — सबकी निगाहें प्रशासनिक फैसले पर

इस पूरे विवाद में अब कल की सुनवाई निर्णायक साबित हो सकती है। तहसील कार्यालय में दर्ज आपत्तियों पर विचार के बाद जिला प्रशासन को निर्णय लेना है कि हाईटेक बस स्टैंड का निर्माण पुराने स्थल पर होगा या नए पर।

जिला प्रेस क्लब बलौदाबाजार ने कहा है कि वह लोकहित की लड़ाई को अंत तक जारी रखेगा और यदि आवश्यकता पड़ी तो इस मामले को उच्च प्रशासनिक स्तर तक ले जाया जाएगा।

प्रेस क्लब की स्पष्ट अपील

> “हम किसी राजनीतिक दल या व्यक्ति के विरोधी नहीं हैं। हमारा एकमात्र उद्देश्य यह है कि जिले में बनने वाला हाईटेक बस स्टैंड वास्तव में जनता के लिए सुविधाजनक, सुरक्षित और प्रदूषण-मुक्त हो।”

अगले अंक में…

कल की सुनवाई के बाद प्रशासनिक रुख और आगामी घटनाक्रम की पूरी जानकारी अगले अंक में प्रकाशित की जाएगी।
यह मामला अब जिले के विकास बनाम लोकहित की सबसे बड़ी परीक्षा बन गया है।

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