तिल्दा-नेवरा। शराब की ओवर रेट बिक्री से परेशान शराब के शौकीनों को दबंगता का सामना करना पड़ रहा है। आखिरकार ऐसी कौन सी ताकत है जिसके दम पर शराब की ओवर रेट बिक्री खुले आम हो रही है ।वहीं संबंधित विभाग महज़ कार्यवाही करने की आश्वासन देकर पल्ला झाड़ रहे हैं। मामला रायपुर जिला तिल्दा-नेवरा नगर की है जहां के शराब दुकानों पर खुलेआम शराब की बिक्री ओवर रेट पर हो रही है ,वहीं संबंधित विभाग मदमस्त नजर आ रहे हैं । माना जा रहा है कि इस ओवर रेट शराब बिक्री के पिछे बिहारी गैंग सिंडीकेट का हाथ है । जबकि कई स्टांप प्लेसमेंट का कर्मचारी भी नहीं है। अस सवाल यह उठता है कि अनाधिकृत ब्यक्तियो का शराब दुकानों में क्या काम ? कहीं ना कहीं खरोरा , तिल्दा-नेवरा के वृत्त आबकारी विभाग के अधिकारी अपने प्लेसमेंट कर्मचारियों से कहीं ज्यादा सिंडीकेट के ऊपर ज्यादा भरोसा जता रहा है ।मोहर्रम के एक दिन पूर्व बुधवार को एक दुकान के हिसाब से दो गुना बिक्री आई ? मोहर्रम के पश्चात दो दिनों तक ओवर रेट में शराब का बिक्री होता रहा।
इससे शराब की ओवर रेट बिक्री कर लाखो रुपए का वारा न्यारा हुआ है। इसी बीच कुछ विरोधी स्वर मुखर होने पर इसकी चाल को धीमी कर दिया गया। बीते दिन नेवरा शराब दुकान का एक विडियो वायरल हुआ है , जहां पर शराब को शासन के निर्धारित दर से प्रति क्वाटर दस रुपए अतिरिक्त किमत पर विक्रय किया जा रहा है। वायरल विडियो में साफ दिख रहा है कि शराब के शौकिन जब सेल्समेन से दस रूपए अतिरिक्त कीमत पर शराब बेचने का कारण पूछा , तो उन्होंने किसी भैया से बात करने का नसीहत दिया है। इससे साफ जाहिर होता है कि किस कदर लोगों को भय दिखाकर शराब बिक्री के नाम पर लोगों के जेब में डाका डाला जा रहा है। हालांकि आबकारी वृत्त अधिकारी ने संज्ञान में आने पर सेल्समेन पर कार्यवाही किया है। लेकिन इस ओवर रेट का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है। लोगों का आरोप है कि शराब की ओवर रेट बिक्री का खेल सत्तासीन पार्टी के नेताओं एवं आबकारी विभाग के रायपुर जिला , तिल्दा-नेवरा , खरोरा के वृत्त अधिकारी के मिलीभगत से किया जा रहा है। जो कि नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है।