विपक्षी विधायकों ने डाली राज्यपाल के अभिभाषण में खलल, मार्शल ने सदन से बाहर का दिखाया रास्ता

गोवा विधानसभा में विपक्ष के सदस्यों ने शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लई के अभिभाषण को बाधित करने की कोशिश की। विपक्ष के नेता यूरी अलेमाओ सहित छह विपक्षी विधायकों को सोमवार को शीतकालीन सत्र के पहले दिन म्हादेई डायवर्जन मुद्दे पर राज्यपाल के अभिभाषण को बाधित करने की कोशिश करने पर मार्शलों द्वारा विधानसभा से बाहर कर दिया गया।

अलेमाओ के साथ गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विधायक विजय सरदेसाई, आप विधायक वेंजी वीगास और क्रूज़ सिल्वा, कांग्रेस विधायक कार्लोस अल्वारेस फ़रेरा और अल्टोन डी कोस्टा का कहना था कि राज्यपाल पी.एस. श्रीधरन पिल्लई को पहले महादेई डायवर्जन मुद्दे पर बोलना चाहिए न कि सरकारी कार्यक्रमों पर। काली पोशाक पहने विपक्षी विधायक हाथों में ‘महादेई बचाओ’ की तख्तियां लिए सदन के वेल में चले गए और अपनी मांग दोहराई कि राज्यपाल को महादेई पर बोलना चाहिए।

हालांकि, उनकी मांग पूरी नहीं हुई और उन्हें मार्शलों द्वारा विधानसभा सदन से बाहर कर दिया गया, जबकि राज्यपाल ने अपने अभिभाषण के साथ शुरुआत की। पत्रकारों से बात करते हुए, यूरी अलेमाओ ने कहा कि उन्होंने मांग की थी कि राज्यपाल को पहले महादेई डायवर्जन मुद्दे पर बोलना चाहिए।

अलेमाओ ने कहा, ‘क्या सत्ता में मौजूद 33 विधायक महादेई के पानी का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं? अगर वे महादेई मुद्दे को हल नहीं कर सकते तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। यह सरकार लोगों के कल्याण से संबंधित मुद्दों को हल करने में दिलचस्पी नहीं रखती है।’ नेता प्रतिपक्ष का माइक (विधानसभा में) बंद करना दर्शाता है कि यह तानाशाही है।

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