जिला पंचायत जांजगीर चांपा की 15 वे वित्त योजना के अंतर्गत दी जाएगी पंचायतों को पानी की टैंकर
26 जनवरी को दोपहर 1:00 बजे से जिला पंचायत सदस्य के कार्यालय बम्हनीनडीह में होगा टैंकर वितरण कार्यक्रम का आयोजन
शक्ति- जांजगीर-चांपा जिला पंचायत के वन विभाग के सभापति, जिला पंचायत के सदस्य एवं भारतीय जनता पार्टी जांजगीर-चांपा जिले के कोषाध्यक्ष गगन जयपुरिया द्वारा 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर बम्हनीनडीह क्षेत्र की 11 ग्राम पंचायतों को आवश्यकतानुसार 11 पानी की बड़ी टैंकरों का वितरण किया जाएगा
इस अवसर पर 26 जनवरी को दोपहर 1:00 बजे से बम्हनीनडीह विकासखंड के जिला पंचायत सदस्य कार्यालय में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है,जिसमें जांजगीर-चांपा जिला पंचायत के 15 वे वित्त योजना के अंतर्गत इन पानी की टैंकरों का वितरण किया जाएगा, उक्त कार्यक्रम के संबंध में एक भेंटवार्ता में जिला पंचायत के सभापति गगन जयपुरिया ने बताया कि बम्हनीनडीह विकासखंड के विभिन्न ग्राम पंचायतों में आए दिन लोगों को पानी टैंकरों की आवश्यकता होती है,जिसे देखते हुए उनके द्वारा यह पहल की गई है, तथा ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे- बड़े सर्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान भी पानी टैंकर की नितांत आवश्यकता होती है, गगन जयपुरिया की इस पहल का जहां पूरे उनके जिला पंचायत क्षेत्र अपितु पूरे जांजगीर-चांपा जिले में सराहना हो रही है तथा जांजगीर-चांपा जिले में जिला पंचायत सदस्य के रूप में गगन जयपुरिया ने ग्रामीण इलाकों में पेयजल के क्षेत्र में अनुकरणीय पहल कर एक मिशाल कायम की है
तथा लोगों का कहना है कि पानी की टैंकर एक स्थाई सेवा है, जो कि वर्षों- वर्षों तक उस गांव में लोगों के काम आती है, वहीं जिला पंचायत सदस्य एवं सभापति गगन जयपुरिया भी अपने जिला पंचायत क्षेत्र में निरंतर सक्रियता के साथ कार्य करते हैं
तथा लोगों के सुख- दुख में जहां पर समय-समय पर अपने व्यस्त समय में से समय निकालकर शामिल होते हैं, तो वहीं प्रतिदिन नियमित रूप से अपने गृह क्षेत्र बम्हनीनडीह के अपने स्वयं के कार्यालय में बैठकर क्षेत्र वासियों की समस्याओं को सुनते हैं, तो वहीं उनके त्वरित निराकरण की दिशा में भी पहल करते हैं, तथा गगन जयपुरिया द्वारा विगत वर्षों अपने मित्रों के सहयोग से क्षेत्र में एक नई एंबुलेंस वाहन सेवा की भी शुरुआत की गई थी, तथा इस एंबुलेंस वाहन सेवा के प्रारंभ होने से लोगों को समय-समय पर उच्च इलाज हेतु बड़े शहरों के अस्पतालों में जाने के लिए काफी सुविधा मिली थी