विश्व जनसम्पर्क दिवस पर एनएमडीसी ने आयोजित किया इन्टरऐक्टिव सत्र

अमिताभ मुखर्जी, सीएमडी, एनएमडीसी ने ‘क्या सम्वाद करना है, किससे सम्वाद करना है, और कैसे सम्वाद करना है’ के महत्व पर बल दिया

हैदराबाद,  विश्व जनसम्पर्क दिवस के अवसर पर एनएमडीसी ने अपने मुख्यालय में आज अमिताभ मुखर्जी, सीएमडी (अतिरिक्त प्रभार) और बी. विश्वनाथ, सीव्हीओ की उपस्थिति में एक इन्टरऐक्टिव सत्र आयोजित किया। समीर कपूर, अतिथि प्रोफेसर, आईआईएमसी, नई दिल्ली और सुधाकर रेड्डी, संपादक (इंवेस्टिगेशन), टाइम्स ऑफ इंडिया, नई दिल्ली ने इस डिजिटल उन्नत युग में जनसम्पर्क और सम्वाद के महत्व पर सत्र लिया।

कार्यक्रम का शुभारम्भ जी. प्रियदर्शिनी, सीजीएम (पी एंड ए) के ‘स्वागत संदेश’ से हुआ, जिसके उपरांत पी. जयप्रकाश, जीएम (सीसी) ने दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम के दौरान जनसम्पर्क क्षेत्र से प्रमुख वक्ताओं – समीर कपूर और सुधाकर रेड्डी ने ‘बदलती दुनिया में जनसम्पर्क का भविष्य’ विषय पर एनएमडीसी के कर्मचारियों के साथ अपना अनुभव और विशेषज्ञता सांझा किया।

इन्टरऐक्टिव सत्र की शुरुआत समीर कपूर के साथ हुई, जिन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे दुनिया और जनसम्पर्क उद्योग में कोविड के बाद बदलाव आया है, इस क्षेत्र में वर्तमान रूझान और डिजिटल मीडिया में उपयोग किए जाने वाले नए उपकरण और तकनीक क्या हैं। समीर कपूर ने कहा, “जनसम्पर्क और कहानी सुनाना महत्वपूर्ण है, सभी को जनसम्पर्क की आवश्यकता है। कहानी कहने के परिप्रेक्ष्य से सीखने को मिलता है, जनसम्पर्क का अर्थ जनता के साथ अच्छे संबंध बनाना है। सीधे शब्दों में कहें तो जनसम्पर्क यह सुनिश्चित करता है कि आपकी छवि और प्रतिष्ठा बनी रहे।”

सुधाकर रेड्डी ने कहा, “हम एक बड़ी डिजिटल और सामाजिक क्रांति का अनुभव कर रहे हैं। बड़े पैमाने पर समाज पर जो प्रभाव पड़ता है, पत्रकारिता जनसम्पर्क पर वह प्रभाव डालती है। हम एल्गोरिदम के युग में रह रहे हैं, जो कि किसी ब्रांड की छवि को आकार देने में बड़ी भूमिका निभाता है । हैशटैग किसी भी चीज को बनाते और बिगाड़ते हैं और यहाँ तक कि लोकतंत्र पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं।”

वहीं,बी. विश्वनाथ, सीव्हीओ (मुख्य सतर्कता अधिकारी), एनएमडीसी ने कहा कि, “सम्पूर्ण व्यावसायिक प्रक्रिया में जनसम्पर्क गतिविधियों का गहन प्रभाव पड़ता है । और एनएमडीसी की ब्रांडिंग में हमारे सीएमडी के व्यापक दृष्टिकोण ने वास्तव में काम किया है और पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया है। हैदराबाद एयरपोर्ट और लकड़ी-का-पुल मेट्रो स्टेशन पर अपनी होर्डिंग्स को देखकर हमें गर्व का अनुभव होता है।”

अमिताभ मुखर्जी, सीएमडी (अतिरिक्त प्रभार) ने सभी को संबोधित करते हुए कहा, “जनसम्पर्क और सम्वाद के क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण है ‘क्या सम्वाद करना है, किससे सम्वाद करना है और कैसे सम्वाद करना है’ – यह सभी बहुत महत्वपूर्ण पहलू हैं। और हमें रणनीति बनाने की जरूरत है कि लोगों को क्या बताया जाना चाहिए। प्रिन्ट मीडिया, सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से हर जगह सूचनाओं का विस्फोट हो रहा है, हम उस छवि को बनाए रखने के लिए ध्यान आकर्षित करने और चीजों को संप्रेषित करने का प्रयास करते हैं। ”

इन्टरऐक्टिव सत्र का उद्देश्य कर्मचारियों के बीच जनसम्पर्क चुनौतियों और अवसरों का प्रबंधन करने के लिए कौशल विकसित करना है।

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