अंबिकापुर। बलरामपुर जिले में मनरेगा का काम प्रभावित हो गया है।निर्माण सामग्रियों की राशि का भुगतान नहीं होने से पंचायत प्रतिनिधि परेशान है।कर्मचारियों को भी वेतन का भुगतान नहीं हुआ है।बलरामपुर जिले में मनरेगा के तहत सन 2021 -22 में एक लाख 40 हजार 367 मजदूरों को प्रदान किया गया वहीं जिले में 80 करोड़ 90 लाख 25 हजार रुपय का मजदूरी भुगतान भी किया गया है। बीते छह माह से 18 करोड़ 18 लाख 87 हजार सामग्री का भुगतान अब तक नहीं हो पाया है।
सामग्री भुगतान नहीं होने से आपूर्तिकर्ता जहां परेशान हैं वहीं पंचायत प्रतिनिधि भी भुगतान जल्द करवाए जाने की मांग कर रहे हैं। जिले के छह विकास खंडों के 468 गांव में मनरेगा के तहत सन 2021-22 में 140367 मजदूरों ने 40 लाख 77 हजार मानव दिवस में कार्य किया। मनरेगा के तहत मजदूरों को 80 करोड़ 90 लाख 25 हजार रुपय का भुगतान किया जा चुका है। जिले में मनरेगा के अंतर्गत पंचायत भवन आंगनबाड़ी, कूप निर्माण, धान उपार्जन केंद्रों में शेड निर्माण, गौठान एसआरएलएम, नरवा संवर्धन भवन पुलिया सहित मनरेगा के अंतर्गत अन्य निर्माण कार्य हुए हैं जिसका मटेरियल भुगतान बाकी है।
बलरामपुर जिले के ग्राम पंचायतों में मटेरियल भुगतान नहीं होने से सप्लायर जहां परेशान हैं वहां पंचायत प्रतिनिधि भी लगातार मटेरियल भुगतान करने की मांग कर रहे हैं।बीते छह माह से मटेरियल का भुगतान नहीं होने कारण जहां कई पंचायत प्रतिनिधि अपने क्रेडिट पर कार्य तो करवा दिए हैं वहीं कई पंचायतों में कार्य नहीं हो पा रहा है मनरेगा में कार्य की गति मटेरियल भुगतान नहीं होने से धीमी पड़ गई है। एक ओर जहां मटेरियलका करोड़ों रुपए भुगतान बीते अगस्त माह से बाकी है वही जिले के समस्त मनरेगा कर्मचारियों का वेतन बीते तीन माह से नहीं मिल पाया है जिसे मनरेगा कर्मचारियों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिले के 468 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत 4807 कार्य हुए जिसमें 80405 परिवारों को रोजगार मिला। जिले में मनरेगा के अंतर्गत कार्य बहुत तेजी से हुए वहीं लोगों को रोजगार भी मुहैया कराए गए परंतु मटेरियल भुगतान नहीं होने से परेशानी खड़ी हो रही है।