छत्तीसगढ़ की पहली महिला सांसद मिनीमाता के सम्मान में आज स्मृति दिवस समारोह

रायपुर। पूर्व सांसद मिनीमाता की 49वीं पुण्यतिथि के अवसर पर मिनीमाता स्मृति दिवस समारोह का आयोजन आज दोपहर 12 बजे से न्यू राजेंद्र नगर रायपुर के गुरु घासीदास सांस्कृतिक भवन में होगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मिनी माता स्मृति दिवस समारोह में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया करेंगे।

इस अवसर पर पूर्व विधायक एवं सदस्य अनुसूचित जाति आयोग पदमा मनहर, राज्यश्री सद्भावना समिति की अध्यक्ष शकुन डहरिया, सतनामी महिला समिति की अध्यक्ष उमा भतपहरी विशिष्ट अतिथि होंगी। इस अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं एवं प्रतिभावान बच्चों तथा सतनामी समाज के कोरोना वारियर्स का सम्मान किया जाएगा।

मिनीमाता छत्तीसगढ़ की पहली महिला सांसद थीं। समाज का पिछड़ापन दूर करने के लिए उन्होंने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। छत्तीसगढ़ सरकार उनके सम्मान में हर वर्ष महिलाओं के विकास के क्षेत्र में काम करने वालों को मिनीमाता सम्मान देती है। छत्तीसगढ़ का विधानसभा भवन उनके नाम पर बना है।

वे 1952, 1957, 1962, 1967 और 1971 में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर सांसद चुनी गईं। संसद में अस्पृश्यता बिल को पास कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बाल विवाह, दहेज प्रथा दूर करने तथा गरीबी, अशिक्षा दूर करने के लिए भी काम करती रहीं। 1971 में उन्होंने जीवन का आखिरी चुनाव जांजगीर लोकसभा क्षेत्र से जीता था।

मिनीमाता का जन्म 1913 में असम के नौगांव में हुआ था। उनका मूल नाम मीनाक्षी देवी था। मिनीमाता का विवाह छत्तीसगढ़ के सतनामी पंथ के संत गुरुघासी दास से पुत्र गुरु अगम दास के संग हुआ था। मिनीमाता को हिंदी, छत्तीसगढ़ी और अंग्रेजी का अच्छा ज्ञान था।1972 में 11 अगस्त को भोपाल से दिल्ली जाते हुए विमान हादसे में उनका निधन हो गया

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