90s के दशक की फेमस एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) आज अपना 58वां जन्मदिन मना रही हैं. उन्होंने अपने करियर में एक से बढ़कर एक फिल्में की हैं. लेकिन उनकी जिंदगी में एक समय ऐसा भी था जब उनको कहा गया कि वो हीरोइन मैटेरियल नहीं हैं. जिसके बाद वो काफी निराश हो गई थीं.
बता दें कि माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड जैसे कई रिकॉर्ड्स अपने नाम किए है. एक समय उनकी पॉपुलैरिटी इतनी बढ़ गई की उन्हें अपनी फिल्में देखने जाने के लिए बुर्का पहना पड़ता था. पहली फिल्म ‘अबोध’ भले ही फ्लॉप रही थी, लेकिन उन्हें फिल्म में नोटिस किया गया था. माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) ने कॉलेज में दाखिला लेने के 6 महीने बाद ही अपनी पढ़ाई छोड़ दी थी.
फिल्म ‘आवारा बाप’ की शूटिंग जब कश्मीर में चल रही थी तो इस दौरान माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) की मुलाकात सुभाष घई से हुई थी. फिल्म ‘कर्मा’ के लिए नई लड़की की तलाश कर रहे सुभाष घई की फिल्म में सरोज खान कोरियोग्राफर थीं. जिसके बाद उन्हें गाने में कास्ट कर किया गया था. माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) ने उस गाने को 2 टेक में पूरा कर लिया था, जिससे हर कोई काफी इंप्रेस हो गया था. जिसके बाद सुभाष घई ने कहा था, ‘ये आने वाले कल की स्टार हैं.’
‘तेजाब’ से रातोंरात बनी स्टार
फिल्म ‘तेजाब’ माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) के करियर का टर्निंग प्वॉइंट रही. फिल्म का गाना ‘एक दो तीन’ काफी हिट हुआ था. फिल्म ब्लॉकबस्टर रही साथ ही इस गाने में माधुरी ने ऐसे ठुमके दिखाए थे कि सभी को दीवाना बना दिया था. ये फिल्म उनकी पहली ब्लॉकबस्टर थी. जिसके बाद उनके करियर में काफी चारचांद लग गया. पॉपुलैरिटी के बाद माधुरी दीक्षित ‘राम लखन’, ‘किशन कन्हैया’, ‘दिल’, ‘थानेदार’, ‘साजन’, ‘बेटा’, ‘राजा’, ‘दिल तो पागल है’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में नजर आईं और 90 के दशक में माधुरी हाईएस्ट पेड एक्ट्रेस बन गईं.
पाकिस्तान की थी माधुरी दीक्षित की मांग
बता दें कि कारगिल युद्ध 1999 में पाकिस्तान के लोगों ने शव देने के बदले माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) देने की मांग की थी. जिसका भारतीय सेना ने कमाल का जवाब देते हुए शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा ने फायरिंग करते हुए कहा था- ‘लव फ्रॉम माधुरी.’