सिरगिट्टी हाईवा वाहन दुर्घटना में मृतक मासूम भाई- बहन के परिजन को एक करोड रुपए मुआवजा राशि प्रदान करने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र : डॉ शांति कुमार कैवर्त्य

शिवरीनारायण – मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव-2022 के पूर्व अक्टूबर 21 में घटित लखीमपुर खीरी हादसा में मृतक पत्रकार, किसान के परिजनों को 50-50 लाख रुपए की राशि मुआवजे स्वरूप प्रदान किए हैं। उसी भांति छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर के सिरगिट्टी में 02 सितंबर 2023 को स्कूल जाते समय हाइवा दुर्घटना में मछुआ-निषाद समाज के नौनिहाल मासूम भाई-बहन दसवीं की छात्रा भावना केवट 15 वर्ष एवं सातवीं के छात्र आयुष केवट 12 वर्ष की दुखद मौत हो गई, के पीड़ित परिजन को एक करोड रुपए की मुआवजा राशि तत्काल प्रदान करने की मांग राज्य मत्स्य विकास सलाहकार मंडल छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व सदस्य डॉ.शांति कुमार कैवर्त्य ने भूपेश बघेल को पत्र प्रेषित कर की है और उन्होने इसकी प्रतिलिपि छत्तीसगढ़ निषाद (केवट) समाज प्रदेश संगठन के अध्यक्ष एवं विधायक-संसदीय सचिव छत्तीसगढ़ शासन कुंवर सिंह निषाद तथा छत्तीसगढ़ निषाद (केवट)समाज प्रदेश संगठन संरक्षक वरिष्ठ संरक्षक व मछुआ कल्याण बोर्ड छत्तीसगढ़ शासन के अध्यक्ष एम आर निषाद से भी उक्त पीड़ित परिजनों को एक करोड़ रुपए की मुआवजा राशि छत्तीसगढ़ शासन से शीघ्र दिलाने का आग्रह किया है।

डॉ.कैवर्त्य ने छत्तीसगढ़ एवं मछुआ निषाद समाज के प्रति वरिष्ठ कांग्रेसियों की नीति को समझ से परे बताया

छत्तीसगढ़ राज्य मत्स्य सलाहकार मंडल के पूर्व सदस्य डॉ. शांति कुमार कैवर्त्य ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राहुल गांधी एवं कांग्रेस की महामंत्री वाड्रा को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की दुर्घटना में मृत पत्रकार व किसानों के परिजनों से मिलने व उनके प्रति शोक-संवेदना व्यक्त करने के लिए पर्याप्त समय और पीड़ित परिजनों को छत्तीसगढ़ शासन से 50-50 लाख रुपए मुआवजा देने के लिए राशि मिल गया।लेकिन छत्तीसगढ़ के इन मासूमों के हृदय विदारक दुर्घटना के लिए कुछ भी नहीं। जबकि इस दुर्घटना के दिवस 2 सितंबर को राहुल गांधी छत्तीसगढ़ प्रवास पर रहे हैं। इसके बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महामंत्री प्रियंका वाड्रा छत्तीसगढ़ की यात्रा पर रही। 21 सितंबर को राहुल गांधी छत्तीसगढ़ की यात्रा पर पुनः बिलासपुर पधारे और प्रियंका वाड्रा 3 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ प्रवास पर रही। परंतु इन मासूमों के पीड़ित परिजन के प्रति संवेदना तक के लिए उनके पास समय नहीं मिला।
इसे लेकर डॉ.कैवर्त्य ने मुख्यमंत्री बघेल, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की नीति को छत्तीसगढ़ की जनता व मछुआ समाज के लिए सौतेले नीति निरूपित किया है। ज्ञात हो कि इस दर्दनाक घटना के पश्चात निषाद पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व छत्तीसगढ़ प्रभारी संजय सिंह राजपूत के नेतृत्व में प्रदेश व जिला बिलासपुर के पार्टी कार्यकर्ताओं ने उचित मुआवजा देने के प्रयास किए और प्राथमिक तौर पर पीड़ित परिजन को रुपए पांच लाख की मुआवजे राशि दी गई है।

शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *