माघ पूर्णिमा पर्व पर लाखों श्रद्धालु पवित्र चित्रोत्पला -संगम में पुन्नी स्नान कर भगवान नर-नारायण का करेंगे दर्शन

शिवरीनारायण। गुप्त तीर्थ धाम,माता शबरी की पुण्य जन्मभूमि व मंदिरो की नगरी शिवरीनारायण में माघ पूर्णिमा से महाशिवरात्रि पर्व तक पंद्रह दिवसीय माघ पूर्णिमा मेले का विधिवत शुभारंभ 05 फरवरी से होगा। छत्तीसगढ़ के सबसे बड़ा ऐतिहासिक धार्मिक मेले में शिरकत करने एवं पवित्र-संगम में पुन्नी स्नान के लिए पूरे देश भर के काफी संख्या में श्रद्धालु, साधु संत विश्व विधाता स्वामी जगन्नाथ जी के मूल भूमि शबरी धाम पहुंच रहे हैं।जहां पावन धाम के चित्रोत्पला गंगा जिसे पुराणों में निलोत्पल ,महानदी के नाम से अभिहित महानदी में माघ पूर्णिमा में आस्था की माघी पुन्नी का डुबकी लगाकर पुण्य स्नान करेगे और भगवान जगन्नाथ स्वामी स्वरूप भगवान नर- नारायण का दर्शन कर मेला का आनंद उठायेंगे। श्रद्धालुओं के स्नान हेतु नगर पंचायत द्वारा पवित्र- संगम के सभी घाटों की साफ सफाई व प्रकाश व्यवस्था की आवश्यक व्यवस्था की गई है। ताकि किसी को असुविधा का सामना करना ना पड़े। महिलाओं के स्नान के समय कपड़ा बदलने घाटों में अस्थाई चेजिंग रूम की व्यवस्था की गई है। स्नान के समय कोई अप्रिय घटना न हो इस हेतु घाटों पर पुलिस बल एवं गोताखोरों की व्यवस्था पुलिस प्रशासन द्वारा की गई है। इस वर्ष पवित्र संगम स्थल में नौका विहार की विशेष व्यवस्था की गई है इस हेतु लगभग 25 नौकाएं नौका विहार हेतु उपलब्ध है। जिसकी संचालन शाम 6:00 बजे तक किया जाना है। इस हेतु नौका विहार करने वाले पर्यटकों व नौका चालकों को आवश्यक सावधानी बरतने विशेष दिशा निर्देश दिया गया है।
नगर के मुख्य मंदिर श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर सहित धर्म नगरी के सभी मंदिरों को आकर्षक सजाया गया है जो देखते ही बन रहा है। मुख्य मंदिर के पुजारी घराने की ओर से माघ पूर्णिमा के इस महती पावन अवसर पर श्री शिवरीनारायण भगवान की मुख्य मंदिर में भगवान श्री शिवरीनारायण जी की प्रातः और संध्या बेला पर महाआरती की भव्य व्यवस्था की गई है। संध्या शुभ मुहूर्त में भगवान श्री शिवरीनारायण जी की महाआरती ढोल, नगाड़े और शंख की सुमधुर स्वर लहरियों के मध्य किया जाएगा। इस मौके पर श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर परिसर में जोरदार आतिशबाजी किया जाएगा श्रद्धालुओं को प्रसाद भी वितरण किया जाएगा । श्रद्धालुओं को अधिक से अधिक संख्या में मंदिर मैं भगवान की महाआरती में शामिल होकर पुण्य लाभ प्राप्त करने की अपील की गई है।

शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *