शक्ति सहित देश के विभिन्न राज्यों से पहुंचे हैं यजमान-
सक्ति-छत्तीसगढ़ राज्य के सुविख्यात भागवत मर्मज्ञ भागवत भूषण महामंडलेश्वर अमृतानंद सरस्वती जी महाराज ,(भरत महराज जी) संस्थापक पराशक्ति पीठम् सक्ती द्वारा अठ्ठासी हजार ऋषि-मुनियों के तपोवन “नैमिषारण्य चक्रतीर्थ ” के हनुमान गढी में मानव कल्याणार्थ एवं पितरों के मोक्षार्थ श्री मद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का दिनांक 22 सितम्बर 2021 से आरंभ हुआ,सर्वप्रथम दिनांक 22 सितम्बर को दोपहर पश्चात छत्तीसगढ़ एवं अन्य कई राज्यो से आये अनेक यजमानो ने यज्ञ स्थल से विशाल जुलूस के साथ कलशयात्रा आरंभ कर चक्रतीर्थ से जल भरते हुए अपनी यात्रा हनुमान गढ़ी के लिए आरंभ किया जहां वेद मंत्रों के साथ भागवत भगवान जी का शास्त्रोक्त विधि से पूजन कर भजन कीर्तन और जयकारे के यज्ञस्थल तक लाया गया , एवं 108 ब्राह्मणों के मंत्रोच्चार के साथ भागवत भगवान को अभिसिक्त कर व्यास पीठ पर महामंडलेश्वर स्वामी अमृतानंद सरस्वती जी (भरत महराज जी) को पूजित कर ज्ञान यज्ञ का श्री गणेश हुआ , इस आयोजन के सह कथावाचक के रुप में पं. बसंत महराज भागवत भूषण ज्योतिषाचार्य (सक्ती ) प्रतिष्ठित हुए । यह कार्यक्रम पराशक्ति पीठम् परिवार सक्ती के द्वारा नैमाषारण्य चक्र तीर्थ (उ.प्र.) में आयोजित किया जा रहा है । इससे पूर्व भी महराज श्री द्वारा चारो धामो मे अष्टोत्तरशत श्रीमद भागवत का आयोजन किया जा चुका है, पितरो के मोक्ष के लिए गया जी में भी अष्टोत्तरशत श्रीमद भागवत का आयोजन किया पितृ पक्ष में किया जा चुका है । इसी क्रम को आगे बढाते महराज श्री द्वारा पितृ मोक्ष जनकल्याण हेतु अष्टोत्तरशत श्रीमद भागवत का आयोजन किया जा रहा है ।