शक्ति के मां भीमेश्वरी देवी बेरी वाली मंदिर में लोगों ने धार्मिक मान्यताओं के अनुसार करवाए बच्चों के प्रथम मुंडन संस्कार-
सक्ति- 14 अक्टूबर को नवरात्रि की महानवमी के अवसर पर घरों में कन्या भोज एवं कन्या पूजन किया गया, तथा इस अवसर पर सुबह से ही छोटी-छोटी कन्याएं तैयार होकर अपने घरों से निकल पड़ी तथा लोगों ने नवरात्रि पर्व पर धार्मिक मान्यताओं के अनुरूप नौ कन्याओं को भोजन करवाकर कन्या पूजन किया तथा उनका आशीर्वाद प्राप्त किया
इस अवसर पर कन्याओं को विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाकर उन्हें खिलाए गए तथा कन्या पूजन को लेकर सभी स्थानों पर उत्साह देखा गया एवं वर्तमान समय में बेटियों की कमी के चलते भी लोगों के घरों में कन्या भोज हेतु लोग सुबह से ही अपने मोहल्लों में या कि शहर के अन्य मोहल्लों में जाकर कन्याओं से आग्रह कर उन्हें अपने घर पर लाकर भोजन कराया एवं पूजन किया
वहीं नवमी पर्व के दिन देवी मंदिरों में भी लोगों ने विशेष पूजा अर्चना की
तथा शक्ति शहर के भी मां भीमेश्वरी देवी बेरी वाली मंदिर में धार्मिक मान्यताओं के अनुरूप लोगों ने नवमी पर्व पर अपने बच्चों के मुंडन संस्कार भी कराएं तथा धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हरियाणा राज्य के बेरी शहर में स्थित प्रसिद्ध बेरी मंदिर में पूरी दुनिया के लोग नवरात्रि की नवमी पर्व पर अपने बच्चों के मुंडन संस्कार करवाने पहुंचते हैं,तथा शक्ति शहर के बाराद्वार रोड में शक्ति शहर के प्रतिष्ठित मामंनचन्द रामप्रताप माँ महामाया ज्वेलर्स परिवार द्वारा वर्षों पूर्व से स्थापित मां भीमेश्वरी देवी बेरी वाली मंदिर में भी छत्तीसगढ़ प्रदेश सहित अन्य राज्यों के भी लोग प्रत्येक नवरात्रि पर्व पर अपने बच्चों के प्रथम मुंडन संस्कार हेतु पहुंचते हैं
तथा 14 अक्टूबर को भी शक्ति शहर के प्रतिष्ठित गोयल परिवार के जयप्रकाश गोयल ने अपने पोते का मुंडन संस्कार करवाया तथा इस अवसर पर उनके परिवार जन भी मौजूद रहे
तो वही नवमी पर्व के चलते पूरे क्षेत्र में मां दुर्गे की उपासना एवं आराधना भी की गई साथ ही 14 अक्टूबर को विभिन्न दुर्गा पंडालों में भी सार्वजनिक भंडारा प्रसाद का आयोजन किया गया है