तिल्दा नेवरा, मुस्लिम जमात तिल्दा नेवरा मे यौमे आशूरा के दिन हजरत मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों को आज के दिन 10 मोहर्रम को कत्ल कर दिया गया था इमाम हुसैन ने खुशी-खुशी अपने परिवार को इस्लाम के राह पर कुर्बान कर दिया ताकि दुनिया में ये संदेश जा सके की इस्लाम तलवार के नोक पर नहीं बल्कि अमन के संदेश के बदौलत है इमाम हुसैन की याद में आज 9:00 बजे आशूरा का नमाज अदा किया गया एक मोहर्रम से 10 मोहर्रम तक कुरान खानी किया गया इस अवसर पर इमाम हुसैन की याद में ताजिया बस्ती में घुमाया गया तथा लंगर तक्सीम किया गया
कर्बला के मैदान में हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों की शहादत आने वाली पीढ़ियों के लिए मिसाल बन गई उनकी शहादत हमारी युवा पीढ़ी को जुल्म और नाइंसाफी के खिलाफ आवाज बुलंद करने तथा इंसानियत. इंसाफ और ईमान की राह पर चलने की प्रेरणा देती है मोहर्रम का यह महीना इंसानियत और मोहब्बत का पैगाम देता है मोहर्रम के इस मुबारक महीने में हम सभी प्रदेशवासी संकल्प ले की अपने देश और प्रदेश की हिफाजत के लिए हम हर तरह की कुर्बानी देने को तत्पर रहेंगे ।