जैजैपुर। जनपद पंचायत जैजैपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत परसदा में लाइफ लाइन हॉस्पिटल जो चल रहा है जहां पर डा अनुज साहू के द्वारा अपने नए लाइफ लाइन हॉस्पिटल मै सिफ्ट का उद्घाटन 7 अक्टूबर 2025 शरद पूर्णिमा के दिन अपूर्ण लाइफ लाइन हासि्पटल का माननीय अरुण साहू उपमुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन से कराया जहां पर माननीय गजेंद्र यादव मंत्री स्कूल शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन ने अध्यक्षता की हॉस्पिटल सेवा ,साधना , समर्पण लेकर डा अनुज साहू मेडिकल डायरेक्टर व इंचार्ज जो की. सामुदाययिक स्वास्थ्य केंद्र डभरा में पदस्त है और जो स्वयं का निजी अस्पताल चला रहे हैं। जहां पर सेवा करने का जुनून होता है इस तारतम्य में डॉक्टर अनुज साहू ने सेवा के लिए स्वास्थ्य विभाग को चयन किया लेकिन देखने वाली बात यह है कि सेवा भावना तो दूर है आज अपने आप को आगे बढ़ाने के लिए निजी स्वास्थ्य केंद्र खोल रहे हैं जीता जागता उदाहरण लाइफ लाइन हॉस्पिटल महानदी रोड परसदा (हसौद) में सप्ताह भर पहले उपमुख्यमंत्री माननीय अरुण साव के द्वारा अधूरै अस्पताल का उद्घाटन कराएगा जिससे ऐसा अनुमान लगता है कि यह शासकीय सेवा ना करते हुए निजी अपने स्वार्थ के लिए हॉस्पिटल खोलकर वह धन अर्जित करने के लिए निजी अस्पताल का सहारा ले रहे हैं। ऐसा जन चर्चा है कि वह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डभरा से अपना स्थानांतरण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैजैपुर करा कर यहां आना चाहते हैं और यहां के जो भी शासकीय मरीज को अपने निजी अस्पताल लाइफ लाइन में भेज कर डॉक्टर अनुज साहू की धन अर्जन करने की तमन्ना जाहिर हो रही है नहीं तो वह शासकीय सेवा में रहकर लाइफ लाइन हॉस्पिटल नहीं चलाते संदेह यह जा रहा है कि वह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डभरा में कब से कब तक अपना सेवा दे रहे हैं ।लेकिन अधिकांश देखने वाली बात यह आती है कि वह अधिकांश अपने निजी अस्पताल में ध्यान लगा रहे हैं । कहा जाता है कि ऊंची दुकान फीकी पकवान सेवा साधना ,समर्पण की भाव है तो वह स्वार्थ सेवा करें नि:शुल्क उपचार करें यही उनकी स्वास्थ्य विभाग की सबसे बड़ी कामयाबी हैं । कहा जाता है ऊंची दुकान फीकी पकवान लाइफ लाइन हॉस्पिटल पर यह चरितार्थ फीट बैठ रहा है।
उसकी जन चर्चा यह है कि कम लागत में वहां इलाज होता है लेकिन देखने वाली बात यह है कि डॉक्टर के द्वारा मोटी रकम लेकर इलाज किया जाता है केवल जनता को लुभाने के लिए । डॉक्टर अनुज साहू सै जब हमारे सम्वाददाता ने संपर्क करना चाह तो वे 5 मिनट भी हमारे संवाददाता को समय नहीं दे पाए जबकि कलेक्टर कार्यालय में कोई भी सम्वाददाता जाता है तो उन्हें 10 मिनट के बाद में ही कलेक्टर से मिलने की अनुमति मिल जाती है जबकि लाइफ लाइन हॉस्पिटल परसदा के डा सै हमारै वरिष्ठ पत्रकार को भी समय नहीं दे पाते तो अन्य लोगों को किस तरह से उन्हें व्यवहार करते हैं इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि डॉक्टर अनुज साहू केवल धन अर्जन करने के लिए लाइफ लाइन हॉस्पिटल का संचालन कर रहे हैं ।