भोपाल। मध्यप्रदेश के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियो ने हड़ताल का रुक अख्तियार करने का मन बना लिया। जिसको लेकर पुरे प्रदेश मे मीटिंग कर रणनीति तैयार कर ली गई है। चुनावी बजट पेश होने के पहले संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी इस बार आर- पार के मूड मे हैं। कोविड काल के दौरान देवदूत बनकर लोगो की सेवा करने वाले इन संविदा स्वास्थ्य कर्मी अपने अधिकारो से बंचित होने का आरोप लगाया है। शिवराज सरकार ने नई संविदा नीति जून 2018 मे बानाई जिसमे नियमित कर्मचारियो की भांति सभी लाभ देने के साथ ही नियमित एम्प्लाई के समकक्ष 90 प्रतिशत वेतन देने की नीति पर मुहर लगाई, समान्य प्रशासन विभाग ने राज्य के सभी विभागो तथा विभागाध्यक्षो को उक्त आदेश के पालन के लिये चिट्ठियां भी लिखी लेकिन एनएचएम इसका पालन नही कर रहा। 4 साल से जादा समयावधि बीत जाने के कारण संविदा कर्मी इस हक से वांचित है। जिसको लेकर अब यह कर्मचारी शान्त रहने के मूड मे नही हैं। सभी जिलो के कर्मचारियों ने हड़ताल का समर्थन किया है। माना जा रहा है की एक सप्ताह के अन्दर यह संविदा कर्मचारी अनिश्चिकाल के लिये हड़ताल पर जा सकते हैं। वही मध्यप्रदेश शासन द्वारा निर्धारित नई संविदा नीति जून 2018 के पालन ना करने के खिलाफ भारी संख्या मे कर्मचारियो के द्वारा उच्च न्यायालय मे केस दायर करने की खबर है।