अनुकरणीय पहल- कुपोषण एवं एनीमिया के स्तर में कमी लाने जागरूकता अभियान, प्राथमिक शाला सकरेली ब में निकली पोषण सप्ताह जागरूकता रैली, जन जागरूकता कार्यक्रमों में अग्रणी भूमिका निभाती है शासकीय प्राथमिक शाला सकरेली बाराद्वार, राज्यपाल पुरस्कृत शिक्षक पुष्पेंद्र कश्यप की रहती है सक्रिय भागीदारी

सक्ति-कुपोषण एवं एनीमिया के स्तर में कमी लाने के उद्देश्य से वर्ष 2018 से पोषण अभियान का संचालन किया जा रहा है। व्यक्तिगत एवं समुदाय स्तर पर स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधित व्यवहार परिवर्तन पोषण अभियान एक मुख्य उद्देश्य है। उक्त उद्देश्य के अनुश्रवण हेतु जनआंदोलन गतिविधि अंतर्गत प्रतिवर्ष विभिन्न विभागों के साथ समन्वय करते हुए पोषण पखवाड़ा का आयोजन मार्च एवं अप्रैल में किया जाता है। भारत सरकार महिला एवं बाल विकास विभाग के निर्देशानुसार इस वर्ष भी 20 मार्च से 03 अप्रैल 2023 तक पोषण पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम आयोजन अंतर्गत आज प्राथमिक शाला सकरेली ब मे स्कूली बच्चो के साथ ग्राम मे पोषण जगरूकता रैली निकला गया जिसमे बच्चो व ग्राम वाशियों को बच्चो मे होने वाले बीमारी, स्वास्थ्य, खान पान आदि पर स्लोगन के माध्यम से जगरूक किया गया। यह जगरूकता रैली बच्चो और शिक्षको द्वारा बड़े उत्साह के साथ निकाला गया। इस जगरूकता रैली मे प्रमुख रूप से प्रधान पाठक सरिता यादव लता राठौर नंदकिशोर नौरंगे अभिषेक सोनी पुष्पेन्द्र कुमार कश्यप राज्यपाल पुरस्कृत शिक्षक का विशेष योगदान है।

क्यों आयोजित किया जाता है पोषण पखवाड़ा?

पोषण पखवाड़ा कार्यक्रम 0-6 वर्ष की आयु के बीच महिलाओं और बच्चों के पोषण की स्थिति पर जोर देता है। यह कार्यक्रम टेक्नोलॉजी, कनवर्जन आदि माध्यमों से बच्चों के जन्म के समय कम वजन के स्तर को कम करने का प्रयास करता है। यह देश में कुपोषण को दूर करने के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करते हुए किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं पर विशेष ध्यान देता है।पोषण पखवाड़ा कुपोषण-मुक्त भारत के सपने को साकार करने के लिए भी मनाया जाता है

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