शिक्षा विभाग मध्यान्ह भोजन कम्प्यूटर ऑपरेटर संघ छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी महासंघ के साथ अनिश्चितकालीन हड़ताल में जाने को मजबूर

बालोद- छग शिक्षा विभाग मध्यान्ह भोजन कम्प्यूटर संघ के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश साहू ने बताया की 5 व 6 मई को 2 दिवस एवं 1 जुलाई से 8 जुलाई तक 8 दिवस का सांकेतिक हड़ताल कर शासन को अपनी 5 प्रमुख मांगो से अवगत कराया गया। जिससे संघ के मांगो के संबंध सचिव, स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देश पर संचालक महोदय द्वारा संघ के प्रतिनिधि मंडल से चर्चा करने के लिए 8 जुलाई 2022 को इंद्रावती भवन के कक्ष में चर्चा किया गया चर्चा के दौरान सुनील कुमार जैन संचालक लोक शिक्षण संचालनालय, मध्यान्ह भोजन प्रभारी महेश नायक सहायक संचालक, जेपी रथ अपर संचालक की उपस्तिथि में हमारी 5 प्रमुख मांगो में से 3 मांगो (स्कूल के रिक्त डाटा एंट्री ऑपरेटर एव सहायक ग्रेड 3 पदो पर नियमितिकरण, महिला कर्मचारियों को मातृत्व अवकाश का लाभ, समानकाम-समान वेतन के ये कहा गया की बिंदु क्रमांक 01 की पूर्ति किए जाने पर समान कार्य समान वेतन की पूर्ति हो जायेगा) हमारे भविष्य को ध्यान में रखकर सकारात्मक निर्णय लेते हुए 12 जुलाई 2022 को अभिमत सहित प्रस्ताव सचिव स्कूल शिक्षा विभाग को भेजी गई है। लेकिन 45 दिन बीत जाने के बाद भी पत्र के जवाब में सचिव, स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा आज पर्यन्त तक न ही संचालक महोदय को पत्र प्रेषित किया गया है न ही संघ को जवाब देना उचित समझा गया है, कोई भी जवाब व निर्णय नही देने से सभी ऑपरेटरों में रोष व्याप्त है, जिला अध्यक्ष तोषण साहू ने बताया कि शासन द्वारा अभी तक किसी भी प्रकार का जवाब नही दिए जाने के कारण पूर्व प्रेषित पत्र के माध्यम से दिए गए सूचनानुसार छग संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ के अहवान पर अपने मांगो की पूर्ति के लिये 1 सितम्बर 2022 से अनिश्चित कालीन हड़ताल में जाने के लिए बाध्य है। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी संबंधित विभाग की होगी। महासंघ के मीडिया प्रभारी शुभम साहू ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा अपने जनघोषणा पत्र में सरकार बनने के 10 दिन के भीतर अनियमित कर्मचारियों लो नियमित करने का संकल्प बताकर अनियमित कर्मचारियों के साथ छलावा किया गया है। प्रतिदिन बढ़ते महंगाई के दौर में नाम मात्र के वेतन से अनियमित कर्मचारियों का शोषण सरकार द्वारा किया जा रहा हैं, जो असंवेदनशील सरकार का प्रत्यक्ष उदाहरण हैं। जब तक सरकार नियमितिकरण पर फैसला नही लेगी राज्य के समस्त डेढ़ लाख अनियमित कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल में रहेंगे।

शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *