नूतन स्कूल टिकरापारा में विख्यात ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ॰ सतीश सूर्यवंशी,ने हर स्कूल में रोज ध्यान कराये जाने की वकालत की 

“वेद ध्यान से प्रकट हुये है, ध्यान हमारी शिक्षा का मूल है। ध्यान सभी स्कूलों में रोज अनिवार्य किया जाना चाहिए ।“

“ गुरू हमारे देश की संस्कृति का मूल है। गुरू परंपरा ने ही हमारी शिक्षा-दीक्षा को दिशा  दी और अध्यात्म को जन्म दिया। वेद उसी परंपरा के वाहक है। हमारे गुरूओं ने ध्यान की गहरी अवस्था में जो ज्ञान प्राप्त किया, उसे अपने शिष्यों को सुनाया। उन शिष्यों ने अपने शिष्यों को सुनाया , इसीलिए वेदों को श्रुति ग्रंथ भी कहा गया। वेद ध्यान से प्रकट हुये है, ध्यान हमारी शिक्षा का मूल है। ध्यान सभी स्कूलों में रोज अनिवार्य किया जाना चाहिए। “ ऊक्ताशय के प्रेरक विचार  विकास परिषद द्वारा संचालित नूतन हायर सेकेन्डरी स्कूल टिकरापारा मे शिक्षक दिवस पर विख्यात ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ॰ सतीश सूर्यवंशी ने मुख्य अतिथि की आसंदी से व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता की पार्षद चन्द्र्पाल धनकर ने और विशेष अतिथि थे लेखक किरण अवस्थी । इस अवसर मुख्य रूप से उपस्थित थे शाला प्रबंधन के सपन चटर्जी , लक्ष्मी गर्जल्वार, के॰एम॰अग्रवाल, प्राचार्या डॉ॰ ममता पांडे, उप-प्राचार्या सुनीता रायकवार , मजूमदार , प्रिया सहित पालक और गुरूजन उपस्थिति थे।

कार्यक्रम में शिक्षकों का अभिनंदन और वंदन खास अंदाज में किया गया। विशुद्द संस्कृत के श्लोक में वंदना और शिक्षकों के चरणों में माथा टेक , आरती उतारकर अभिनंदन छात्र-छात्राओ द्वारा किया गया। वहीं शाला प्रबंधन की ओर से उन्हे आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष पर विशेष उपहार देकर सम्मानित किया गया।  कार्यक्रम को पार्षद चंद्रपाल ने संबोधित करते हुये बच्चों से आव्हान किया कि वे मोबाइल का नशा  और गुटका के नशे से दूर रहने का संकल्प ले, ये गुरूजानों का सच्चा सम्मान होगा। लेखक किरण अवस्थी ने स्कूली शिक्षा में नैतिक शिक्षा पर बल दिया। वहीं शाला प्रबंधन के प्रमुख के॰एम॰ अग्रवाल ने कोरोना काल के बाद बच्चों मे पढ़ाई के प्रति रूझान पैदा करने के लिए , शाला में चलाये जा रहे फील हैप्पीनेश “ कार्यक्रम की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन किया रजनी जाल ने , अतिथियों का स्वागत किया कु॰ चेतना ठाकुर और कु॰ पूजा ने। आभार प्रदर्शन किया शाला नायक मुकेश गुप्ता ने अतिथियों का परिचय कराया छात्रा प्रतिनिधि  शारदा सेठीया ने और कार्यक्रम का संयोजन किया स्टूडेंट  कु॰ दीपा पाल , कु॰ भावना और बलराम राणा ने।  कार्यक्रम में छात्र-छात्रोंओं ने एक से बढ़कर  एक सांस्कृतिक बानगियाँ पेश कीं। गुरू वंदना और ऐ मेरे वतन के लोगों की प्रस्तुति को खूब सराहना मिली।

शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *