रायपुर, छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट अधिवक्ता एवं सामाजिक कार्यकर्ता डॉ ब्यास मुनि द्विवेदी को “पर्यावरण विधिक सहायता एवं समाज सेवा “ के क्षेत्र में राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा के आधार पर किए गए शोध कार्यों सामाजिक कार्यों के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय हिंदी विद्यापीठ,मथुरा,उत्तरप्रदेश द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की गई है.
यह उपाधि पंडित दीनदयाल उपाध्याय हिंदी विद्यापीठ के कुलपति द्वारा बीते दिनों भोपाल में इस हेतु आयोजित सम्मान समारोह में ब्यासमुनि द्विवेदी को प्रमाण पत्र प्रदान कर दिया गया.
डॉ ब्यासमुनि द्विवेदी सरोना कचरा डंप से लेकर वन भैंसों एवं हाथियों के लिए जनहित के मुद्दे सार्वजनिक जीवन के साथ न्यायलय में तथा नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में उठाते रहें हैं.
डॉ द्विवेदी की इस उपलब्धि पर राज्य के सामाजिक संगठन, अधिवक्ता गण तथा वन अधिकार कार्यकर्ताओं ने उन्हें बधाई देते हुए हर्ष प्रगट किया है।