रायपुर। कुछ माह पूर्व हुए विधानसभा चुनाव में जांजगीर लोकसभा अंतर्गत आने वाली आठों विधानसभा सीटों में कांग्रेस के प्रत्याशियों ने अपना परचम लहराया था राज्य में भले ही बीजेपी की सरकार बन गई थी परंतु जांजगीर लोकसभा की सभी विधानसभा सीटों को जितना कांग्रेस की बहुत बड़ी उपलब्धि रही और ऐसा माना जाने लगा कि इस बार भी प्रचंड मोदी लहर और मोदी के गारंटी के बावजूद कांग्रेस के लिए जांजगीर लोकसभा सीट पूरे प्रदेश में सबसे आसान और सुरक्षित सीट रहेगी,और इतनी बड़ी जीत के बाद भाजपा के जांजगीर लोकसभा के जीत के क्रम को इस बार तोड़ कर रहेगी।
परंतु यह सब धरातल में दिखाई देता प्रतीत नहीं हो रहा है कांग्रेस के मुकाबले भाजपा बढ़त बनाते हुए दिख रही है कांग्रेस के आठ विधायक होने के बावजूद वह कहीं धरातल में नही दिख रहे हैं जबकि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के दौरे से भाजपाइयों में ऊर्जा का संचार तो हुआ ही साथ ही राज्य के बड़े नेताओ खासकर राज्य के तेजतर्रार उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के हाड़तोड़ मेहनत एवं लगातार तूफानी दौरों व अपने जमीनी कार्यकर्ताओं में जिस तरह का ऊर्जा का संचार किया गया है पूरे लोकसभा जांजगीर का परिदृश्य ही बदल गया है कल तक जो लोकसभा में कांटे की टक्कर दिखाई दे रही थी आज वह एकतरफा भाजपा के पक्ष में दिखाई दे रहा है यह सब भाजपा के जय वीरू की जोड़ी के रूप में दिख रही उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के साथ भाजपा की एकजुटता का होना है।
परंतु यह सब धरातल में दिखाई देता प्रतीत नहीं हो रहा है कांग्रेस के मुकाबले भाजपा बढ़त बनाते हुए दिख रही है कांग्रेस के आठ विधायक होने के बावजूद वह कहीं धरातल में नही दिख रहे हैं जबकि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के दौरे से भाजपाइयों में ऊर्जा का संचार तो हुआ ही साथ ही राज्य के बड़े नेताओ खासकर राज्य के तेजतर्रार उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के हाड़तोड़ मेहनत एवं लगातार तूफानी दौरों व अपने जमीनी कार्यकर्ताओं में जिस तरह का ऊर्जा का संचार किया गया है पूरे लोकसभा जांजगीर का परिदृश्य ही बदल गया है कल तक जो लोकसभा में कांटे की टक्कर दिखाई दे रही थी आज वह एकतरफा भाजपा के पक्ष में दिखाई दे रहा है यह सब भाजपा के जय वीरू की जोड़ी के रूप में दिख रही उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के साथ भाजपा की एकजुटता का होना है।