सक्ती- जांजगीर-चांपा जिला महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष गीता देवांगन ने छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक को पत्र लिखकर कहा है कि गत दिनों योग गुरु रामदेव बाबा द्वारा योग शिविर पूणे महाराष्ट्र में नारियों के पहनावा को लेकर सार्वजनिक तौर पर अभद्र व अमर्यादित टिप्पणी किया गया, जबकि उस शिविर में बहुत सारी महिलायें शामिल थी। रामदेव बाबा ने कहा था कि महिलायें साडी, सलवार और सूट में अच्छी लगती है, और मेरी तरह कुछ न भी पहनें तो भी अच्छी लगती है। बाबा रामदेव का उक्त बयान घोर आपत्ति जनक है, और समस्त नारी जाति का अपमान है,बाबा रामदेव अपने आप को योग गुरु बताते है, और हिन्दु धर्म, संस्कृति, सभ्यता एवं परम्परा का संवाहक के रूप में प्रस्तुत करते है जबकि उनका वास्तविक चरित्र को उक्त बयान दिखाता है कि बाबा रामदेव का नारियों के प्रति कैसा सोच और कैसा विचार है? जबकि भारतीय धर्म संस्कृति में नारी का सम्मान सबसे ऊँचा रखा गया है,’यत्र नार्यस्तु पुज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः। बाबा रामदेव का बयान से नारी जाति के मान व सम्मान को ठेस पहुँचा है, नारी जाति अपने आप को अपमानित महसूस कर रही है। साथ ही भविष्य में बाबा द्वारा नारियों के प्रति इन अपशब्दो को रोका जाए। जिसके लिए लगातार कार्यवाही करने के लिए मांग हो रही है, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा है कि अतः आपसे निवेदन है कि हम सब बाबा रामदेव के ऊपर सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही करने की मांग करते है|