संविदा स्वास्थ्य कर्मी जल्द ही उतरेगें आर पार की लड़ाई में, हर जिलों में खोलेंगे मोर्चा

thethinkmedia@.com भोपाल

संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। यह बात संगठन के नेता जितेन्द्र भदौरिया ने कही। उन्होनें कहा कोरोनाकाल में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी मैदान में डटे रहे। जब लोग अपने घरों में थे तक हम जान की परवाह किये बिना मैदान में डटे रहे। कई कर्मियों तथा उनके परिवारों को भी इस काल में क्षति हुई। लेकिन हम डटे रहे। भदौरिया ने कहा हमारे संगठन की मीटिंग हुई है। हाल ही में ग्वालियर जोन की मीटिंग हुई है। हर जिलों में हड़ताल की रणनीति को लेकर मीटिंग की जा रही है। जल्द ही अपने हक की लडाई के लिए संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी सड़क पर उतरेंगे।
उन्होंने कहा कि संविदा कर्मचारियों में खासा रोष है। सरकार संविदा कर्मचारियों की मागों को लगातार नजरअंदाज कर रही है। शिवराज सरकार ने सिर्फ कागजों में जून 2018 में नई संविदा नीति बनाई लेकिन आजतक इस नीति का लाभ किसी कर्मचारी को नहीं मिला। कर्मचारियों के आक्रोश हो अब जादा दिन रोका नहीं जा सकता। भदौरिया ने संकेतिक रुप से कहा कि अगर हमारी मांगों को जल्द नहीं माना गया तो हम सत्याग्रह का रुख करेंगे। उन्होने कहा चुनावी साल में संविदा कर्मचारियों की यह आर-पार की लडाई निर्णायक साबित होगी।
2 अक्टूबर से हो सकती है हड़ताल की आगाज
संगठन में लगातार आगे की रणनीति को लेकर विचार विमर्ष किया जा रहा है। 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन से संविदा स्वाथ्य कर्मचारियों की हडताल का फिर आगाज हो सकता है। संगठन के नेता भदौरिया ने साफ तौर पर कहा है कि सरकार का आखिरी बजट 6 माह के भीतर पेश हो जाएगा। यदि अभी नहीें तो कमी नहीं। उन्होंने कहा मार्च में शिवराज सरकार का अखिरी बजट पेश होगा। बजट पेश होने के बाद चुनावी साल में सरकार सिर्फ कोरा आश्वासन दे सकती है। जिस तरह से पिछले चुनाव के पहले जून 2018 में नई संविदा नीति का कोरा आश्वासन दिया गया। लेकिन उसका लाभ अभी तक नहीं मिल पा रहा। इसलिए हड़ताल का आगाज जल्द से जल्द होगा।
आगामी आंदोलन जिलों में होगा
संगठन के नेता भदोरिया इस बार आंदोलन की रणनीति वेहद सधे तरीके से कर रहे हैं। उन्होनें कहा अगामी आंदोलन हर जिले में किए जाएंगे। अपने जिले का कर्मचारी जिले में ही आंदोलन करेगा। ताकि लंबे समय तक आंदोलन को अंजाम दिया जा सके। उन्होनें कहा कि भोपाल में एकत्रित होने के लिए विभिन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ता है इसलिए आगामी आंदोलन मध्यप्रदेश के हर जिले में होगा। जिसमें जिले हर कर्मचारी अपने हक की लड़ाई लड़ सकेंगे। भदौरिया ने कहा अक्टूबर माह में होने वाला आंदोलन अनिश्चितकालीन और निर्णायक होगा।
नहीं मिला इन्क्रीमेट
6 सितम्बर को अपनी मागों को लकर एनएचएम कार्यालय घेराव करने पहुंचें संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को अभी तक नहीं मिला हर साल बढऩे वाला इन्क्रीमेन्ट। ज्ञात हो 90 प्रतिशत, इन्क्रीमेन्ट सहित विभिन्न मागों को लेकर संविदा कर्मचारियों ने एनएचएम का घेराव किया था। जिसमें मिशन संचालिका ने आश्वासन दिया था कि 15 दिवस के भीतर इन्क्रीमेंट का आदेश जारी हो जाएगा। लेकिन अभी तक कोई आदेश एचएनएम ने नहीं जारी किया है। वहीं 90 प्रतिशत से संबंधित फाईल को मिशन संचालक ने वृत विभाग में लंबित बताया था।

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