कांग्रेस का प्रभावी प्रदर्शन, छत्तीसगढ़िया अंदाज़ में किसानों-शिक्षकों के मुद्दों पर केंद्र और राज्य सरकार पर बोला हमला

बिलासपुर, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष विजय केशरवानी और शहर अध्यक्ष विजय पांडेय के नेतृत्व में बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किसानों और शिक्षकों से जुड़े मुद्दों पर केंद्र और छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ ज़बरदस्त प्रदर्शन किया। कांग्रेस का यह आंदोलन पूरी तरह छत्तीसगढ़ी रंग में रंगा नजर आया, जहां नेताओं ने बैलगाड़ी और ट्रैक्टर की सवारी करते हुए प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस भवन से कलेक्टोरेट तक निकाली गई रैली में भारी भीड़ उमड़ी। हाथों में पार्टी का झंडा और गगनभेदी नारों के साथ कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोला। रैली इतनी विशाल थी कि उसका एक सिरा कलेक्टोरेट तो दूसरा डाकघर तक फैला रहा। तीन घंटे से अधिक समय तक सड़कें कांग्रेस कार्यकर्ताओं से खचाखच भरी रहीं, जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति भी उत्पन्न हुई।

पीसीसी के निर्देश पर निकाले गए इस आंदोलन में खाद-बीज की उपलब्धता में देरी और शिक्षकों के स्थानांतरण एवं स्कूलों की बंदी जैसे प्रमुख मुद्दे उठाए गए। कांग्रेस ने राज्य सरकार पर 10,463 स्कूल बंद करने का आरोप लगाया, जिसे शिक्षा के मौलिक अधिकार के खिलाफ बताया गया।

कांग्रेस भवन में सुबह से ही कार्यकर्ताओं की भीड़ लगनी शुरू हो गई थी। जिलेभर से कांग्रेसजन इस आंदोलन में शामिल हुए, जिनमें तखतपुर, बिल्हा, सकरी, तिफरा, मस्तूरी, कोटा, रतनपुर सहित अन्य क्षेत्रों से महिलाएं, युवा कांग्रेस, एनएसयूआई, किसान कांग्रेस, सेवादल सहित सभी मोर्चा और प्रकोष्ठ के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

प्रदर्शन को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस ने व्यापक इंतजाम किए। कलेक्टोरेट व डीईओ कार्यालय के आसपास पुलिस बल की तैनाती की गई। डाकघर से लेकर नेहरू चौक और मुंगेली नाका चौक तक सड़कों पर जाम की स्थिति बनी रही।

कलेक्ट्रेट परिसर स्थित मंथन सभाकक्ष में ‘दिशा’ की बैठक चल रही थी, जहां केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू एवं सत्तारूढ़ दल के विधायक मौजूद थे। बैठक के दौरान कांग्रेस की रैली को लेकर अंदर फीडबैक का दौर चलता रहा। कुछ विधायक भीड़ से बचने की रणनीति बनाते नजर आए, जबकि कांग्रेस के विधायक मुस्कराते हुए स्थिति का आनंद लेते देखे गए।

इस अवसर पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा, “भाजपा की सरकारें किसान विरोधी हैं। केंद्र सरकार ने कृषि के तीन काले कानून लाकर किसानों की कमर तोड़ी है। छत्तीसगढ़ सरकार 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने की बात करती है, लेकिन किसानों को न तो बीज मिल रहा है और न खाद। कैसे बढ़ेगा उत्पादन?”

वहीं, शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा, “राज्य सरकार शिक्षा की मूल भावना को खत्म कर रही है। 10,463 स्कूल बंद कर दिए गए हैं, जिससे बच्चों के शिक्षा अधिकार का हनन हो रहा है। वहीं, शराब दुकानों को प्राथमिकता दी जा रही है। भूपेश सरकार ने आत्मानंद स्कूल जैसी योजनाएं चलाईं, लेकिन भाजपा सरकार उन योजनाओं को खत्म कर पुरानी व्यवस्था लागू कर रही है।”

प्रदर्शन के दौरान विधायक दिलीप लहरिया, अटल श्रीवास्तव, पूर्व सांसद इंग्रिड मेकलाउड, पूर्व विधायक सियाराम कौशिक, शैलेश पांडेय, संसदीय सचिव रश्मि आशीष सिंह, प्रमोद नायक, रामशरण यादव, आत्मजीत मक्कड़, समीर अहमद, एनएसयूआई व युवा कांग्रेस पदाधिकारी सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि सरकार किसानों और शिक्षा के मुद्दों पर गंभीर नहीं हुई, तो आगे और व्यापक आंदोलन किया जाएगा।

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