सकती- छत्तीसगढ़ प्रदेश में बीते साल 2018 में जब विधानसभा के चुनाव की प्रक्रिया प्रारंभ हुई एवं कांग्रेस पार्टी ने अपने विधायक प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की तब शक्ति विधानसभा क्षेत्र से अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे एवं पूर्व मंत्री रहे डॉ चरणदास महान को शक्ति विधानसभा क्षेत्र का प्रत्याशी घोषित किया गया, तथा डॉ चरणदास महंत के प्रत्याशी घोषित होते ही पूरे क्षेत्र की जनता में इस बात को लेकर उम्मीद थी कि आने वाले छत्तीसगढ़ प्रदेश का नया मुख्यमंत्री हमारा विधायक होगा, तथा डॉ चरणदास महंत ने शक्ति विधानसभा क्षेत्र से लगभग 30000 मतों से जीत दर्ज कर एक रिकॉर्ड भी बनाया, तथा भले ही वे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री राजनैतिक समीकरणों में नहीं बन पाए किंतु उसके बावजूद कांग्रेस पार्टी ने उन्हें प्रदेश का एक महत्वपूर्ण विधानसभा अध्यक्ष जैसा संवैधानिक पद देकर शक्ति क्षेत्र की जनता का सम्मान किया किंतु प्रदेश में भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री बनने के बाद अंबिकापुर के विधायक टी एस सिंहदेव एवं भूपेश बघेल के बीच ढाई- ढाई साल के मुख्यमंत्री को लेकर चली आ रही चर्चाओं ने राजनीति को गरमा दिया, तथा ढाई साल के बाद लगभग अब 2 साल और बीत गए किंतु अब आने वाले कुछ महीनों में वर्तमान छत्तीसगढ़ की राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए एक बार फिर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री पद से हटाकर नए चेहरे पर ताजपोशी की चर्चाएं जोरों से चल रही हैं
तथा इन चर्चाओं में यह भी बात प्रमुखता से आ रही है कि शक्ति के विधायक एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है, तथा राजनैतिक जानकारों का यह भी कहना है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वर्तमान विधायक एवं सरकार में मंत्री टी एस सिंहदेव को मुख्यमंत्री बनाए जाने के पक्ष में नहीं हैं एवं उन्होंने अघोषित रूप से डॉक्टर चरणदास महंत के नाम पर अपनी सहमति दे दी है, ऐसा जानकारों का कहना है तथा विगत कुछ महीनों से भूपेश बघेल एवं सिंहदेव के बीच चल रहे विवादों को देखते हुए ऐसा नहीं लगता कि सिंहदेव को मुख्यमंत्री के रूप में कहीं भी स्थान मिल पाएगा किंतु बघेल एवं टी एस के बीच खिंची तलवारों का लाभ कहीं ना कहीं विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत को मिल सकता है, ऐसे कयास जोरों से लगाए जा रहे हैं, तथा रायपुर में पिछले दिनों प्रदेश कांग्रेस संगठन के प्रमुखों के बीच हुई गुप्त चर्चाओं से भी यही बात छनकर बाहर आई है कि बघेल को जल्द ही कांग्रेस पार्टी बदलेगी एवं नए चेहरे पर ताजपोशी होगी
तथा इन्हें खबरों के बीच शक्ति जिले एवं शक्ति विधानसभा क्षेत्र में भी महंत समर्थकों में काफी उत्साह देखा जा रहा है,तथा कार्यकर्ता उत्साहित हैं तो वही शक्ति जिले की जनता भी खुश नजर आ रही है कि आने वाले समय में उनके जिले से ही प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने वाला है, किंतु यह तो अब आने वाले समय ही बताएगा कि प्रदेश की कांग्रेस की राजनीति क्या करवट बदलती है किंतु डॉ चरणदास महंत के राजनीतिक जीवन में राजयोग तो जरूर लिखा हुआ है, ऐसा ज्योतिषियों का भी मानना है क्योंकि जब से उन्होंने राजनीति प्रारंभ की है तब से वे सफलता की ओर अग्रसर हो रहे हैं,अविभाजित मध्यप्रदेश के समय उन्होंने विधायक रहते हुए प्रदेश में गृह मंत्री एवं आबकारी मंत्री जैसे महत्वपूर्ण विभागों का सजगता के साथ निर्वहन किया तो वे कोरबा के भी एक बार स्वयं सांसद रहे एवं तत्कालीन डॉ मनमोहन सिंह की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे एवं उन्होंने शक्ति विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधानसभा चुनाव लड़कर विगत एक लंबे दशकों से चली आ रही जातिगत समीकरण की राजनीति को भी बदलते करते हुए रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज की एवं विधानसभा शक्ति के विधायक बनने के बाद विधानसभा अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद पर काबिज हुए
तो वहीं उन्होंने पूर्व लोकसभा क्षेत्र से अपनी धर्मपत्नी ज्योत्सना महंत को भी सांसद जैसे महत्वपूर्ण पद पर जीत दर्ज करवाई, वहीं छत्तीसगढ़ प्रदेश में देखा जाए तो जब 2018 में कांग्रेस की सरकार बनी तब प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिए दो-तीन ही नामों पर प्रमुखता से चर्चा हो रही थी एवं प्रदेश में महंत समर्थक भी काफी संख्या में है, तथा राष्ट्रीय स्तर पर भी कांग्रेस पार्टी में डॉ चरणदास महंत एवं महंत परिवार का काफी प्रभाव देखा जाता है उनके पिता स्वर्गीय पिता बिसाहूदास महंत ने भी जहां अपनी राजनीतिक रूप से एक अलग पहचान स्थापित की थी तो वही डॉक्टर चरणदास महंत भी विधानसभा अध्यक्ष के रूप में प्रदेश के एक लोकप्रिय जन नेता के रूप में जाने जाते हैं, तथा शक्ति विधानसभा क्षेत्र में भी उन्होंने विधायक बनने के बाद क्षेत्र में विकास के नए-नए आयाम स्थापित किए हैं