प्रदेश की सबसे हाई प्रोफाइल सीट राजनांदगांव में दोनों दलों ने झोंकी ताकत

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भाजपा प्रत्याशी सांसद संतोष पाण्डेय से पायनियर के संपादक ए.एन. द्विवेदी की खास बातचीत

छत्तीसगढ़ की सबसे हाई प्रोफाइल सीट राजनांदगांव में लोकसभा चुनाव को लेकर दोनों दल जमकर पसीने बहा रहे हैं। कांग्रेस की ओर से दिग्गज नेता पूर्व सीएम भूपेश बघेल चुनावी मैदान में हैं, तो वहीं भाजपा ने संघ की पसंद वर्तमान सांसद संतोष पाण्डेय पर एक बार फिर भरोसा जाताया है। यह लोकसभा सीट जितनी ही हाई प्रोफाइल मानी जा रही है, संतोष पाण्डेय उतने ही सरल दिखाई देते हैं। छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि पूरे देश की नजर इस लोकसभा सीट पर है। आक्रामक राजनीति के लिए चर्चित राहुल-प्रियंका की पसंद भूपेश बघेल के सामने सहज स्वभाव के संतोष पाण्डेय उनसे कैसे मुकाबला करेेंगे, आइए उन्हीं से जानते हैं।

राजनांदगांव से भाजपा प्रत्याशी सांसद संतोष पाण्डेय की पायनियर के संपादक ए. एन. द्विवेदी से खास बातचीत-
सवाल- आपके सामने पूर्व सीएम को चुनावी मैदान में उतारा गया है, भूपेश बघेल एक चतुर और आक्रामक राजनेता हैं, राजनांदगांव लोकसभा सीट में पूरे देश की निगाहें हैं, ऐसे में आप उनका मुकाबला कैसे कर पाएंगे?
जबाब- निश्चित ही भूपेश बघेल धनबल में मजबूत नेता होंगे। लेकिन राजनांदगांव की जनता के साथ उन्होंने जो धोखा किया है, वह यहां की जनता भूलने वाली नहीं है। भूपेश बघेल के सामने यह चुनाव संतोष पाण्डेय नहीं, बल्कि यहां की जनता लड़ रही है। भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री रहते हुए राजनांदगांव से सौतेला व्यवहार किया, एक भी वादे को उन्होंने पूरा नहीं किया। उनकी सरकार रहते हुए कवर्धा में भगवा ध्वज और हिन्दुओं का खुले तौर पर अपमान किया गया। साजा का उदाहरण आपके सामने है, एक गरीब मजदूर भाजपा का कार्यकर्ता कांग्रेस के सबसे ताकतवर मंत्री को चुनाव हाराया। अब राजनांदगांव का यह चुनाव भी जनता लड़ रही है, और जब जनता चुनाव लड़ती है, तो कोई चतुराई और छल काम नहीं आता।

सवाल- भूपेश बघेल एक किसान हितैषी नेता कहे जाते हैं, उनकी सरकार ने राज्य में किसानों के लिए काफी काम किया है? इस पर आप क्या कहेंगे?
जबाब- भूपेश बघेल ने तो सिर्फ किसानों के साथ धोखा किया है। कंकड़-माटी को बर्मी कम्पोष्ट बताकर किसानों को जबरजस्ती खरीदने के लिए मजबूर किया जाता रहा। किसानों को बारदाने के लिए भी तरसना पड़ा। गोबर से लेकर हर जगह धांधली की जाती रही। किसानों की असली हितैषी तो नरेन्द्र मोदी और भाजपा हैं। राज्य में हम सबसे जादा कीमत में धान खरीद रहे हैं। विष्णुदेव सरकार में किसान आज खुशहाल हैं। वहीं प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से गांव-गांव तक लोगों को अब लाभ मिलेगा। कांग्रेस सरकार ने तो केन्द्र से मिलने वाली किसान सम्मान निधि में भी अडंग़ा लगाने का काम किया, भला यह किसान हितैषी कैसे हो सकते हैं।

सवाल- विधानसभा चुनाव के दौरान आप बस्तर के प्रभारी रहे, भाजपा ने बस्तर में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। बस्तर को सत्ता की चाबी कहा जाता है, लेकिन संतोष पाण्डेय को राज्य की राजनीति में लाने से परहेज किया गया?
जबाब- हम भाजपा के सिपाही है, एक सामान्य कार्यकर्ता की तरह दी गई जिम्मेदारी को पूरी लगन से, मेहनत से पूरी करने की कोशिश करते हैं। यह विषय शीर्ष नेतृत्व का है, हाईकमान जो जिम्मेदारी तय करते हैं हम उस काम में जुट जाते हैं। रही बात बस्तर की तो बस्तर का हर एक कार्यकर्ता कांग्रेस के भ्रष्ट शासन से परेशान हो चुका था। धर्मान्तरण जैसी गतिविधियां बस्तर की संस्कृति को नष्ट कर ही थी। बस्तर की जनता ने तय कर लिया था, इसलिए बस्तर में कांग्रेस का सफाया हो गया। आगे भी शीर्ष नेतृत्व के द्वारा जो जिम्मेदारी तय की जाएगी, उस पर खरे उतरने का पूरा प्रयास रहेगा।

सवाल- रात्रि के 12:46 हो रहे हैं, आप अभी भी बैठकें ले रहे हैं, उसके बाद आप बिना भोजन किए इंटरव्यू के लिए तैयार हैं? कहां से लाते हैं इतनी एनर्जी?
जबाब- भोजन तैयार है आप चाहें, तो हम साथ में भोजन ग्रहण करते हैं। रही बात एनर्जी की तो माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी देश की सेवा के लिए, देश की जनता के लिए 18-19 घंटे तक काम करते हैं। हम जनसेवक हैं, हमारा पूरा जीवन जनता के लिए समर्पित है। आपके बगल में मिट्टी का घड़ा दिख रहा है, आज भी यह 10x8 का रुम मेरा विश्राम कक्ष है। आजतक राजनांदगांव का सर्किट हाउस मेरे लिए नहीं खुला, न ही मेरे लिए कोई कभी कमरा बुक हुआ। घड़े से पानी मैं खुद निकालकर पीता हूं। हमारा पूरा जीवन ही जनता के लिए समर्पित है।

सवाल- पूर्व सीएम भूपेश बघेल के लिए दुर्ग, पाटन, रायपुर समेत उनके राजनीतिक सलाहकार रहे विनोद वर्मा और उनकी पूरी टीम राजनांदगांव में डेरा डालकर रखी है। आपके पास संसाधनों का आभाव दिखता है? कैसे मुकाबला करेंगे?
जबाब- मैंने पहले ही कहा भूपेश बघेल से मुकाबला मैं नहीं, बल्कि यहां की जनता करने जा रही है। भूपेश बघेल को सबक सिखाने का जनता के सामने एक अच्छा मौका है, वह भूपेश बघेल से मतदान के दिन अपना हिसाब बराबर करेगी। रही बात संसाधनों की तो भाजपा का कार्यकर्ता हर परिस्थिति और हालातों से लडऩा जानता है। शायद यहीं कारण है कि विधानसभा चुनाव के दौरान इससे भी ज्यादा शक्तियां भूपेश बघेल ने अपने करीबी गिरीश देवांगन और मोहम्मद अकबर के लिए लगाया था। नजीता क्या हुआ गिरीश देवांगन, मोहम्मद अकबर और भूपेश बघेल को जनता ने नकार दिया। अब भूपेश के द्वारा किए गए छल, धोखा और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद करने का समय है। मैं यह समझता हूं यहां की जनता जबाब देगी, उनके सारे संसाधन धरे के धरे रह जाएंगे।

सवाल- आप पांच साल सांसद रह चुके हैं, आपके कार्यकाल के दौरान राज्य में कांग्रेस की सरकार रही, ऐसे कौन-कौन से काम हैं जिन्हें आप पूरा नहीं कर सके?
जबाब- कवर्धा में फुल टाइम मेडिकल कालेज खोलने का प्रयास जारी है। इसके साथ ही राजनांदगांव और कवर्धा एक हाइवे में कनेक्ट हो जाएं, जिससे क्षेत्र की जनता और युवाओं को एक अच्छा अवसर मिल सके। ऐसे कई कार्य हैं जिन्हें प्रमुखता से पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।

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