लता मंगेशकर को उचित सम्मान ना दिए जाने पर BJP सांसद ने उठाए सवाल, कहा- ‘सावरकर के कारण…’

मुंबई: बॉलीवुड में अपनी आवाज से सभी का दिल जीतने वाली सिंगर लता मंगेशकर को उचित सम्मान देने के मामले में सियासी हलचल काफी बढ़ गई है. इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी निरंतर कांग्रेस पर हमलावर है. मुंबई उत्तर पूर्व से भारतीय जनता पार्टी सांसद मनोज कोटक ने पूछा है कि आखिर उद्धव ठाकरे सरकार को लता जी की स्मृति में स्मरणोत्सव मनाने तथा उनकी विरासत को लेकर नई कोशिश करने से कौन रोक रहा है?

भारतीय जनता पार्टी सांसद मनोज कोटक ने कहा कि जब एमपी तथा यूपी की सरकारें ‘भारत रत्न’ लता मंगेशकर की यादों को सहेजने तथा उनके सम्मान में कई नए ऐलान कर रही हैं, तो महाराष्ट्र सरकार को ऐसा करने से कौन रोक रहा है? महाराष्ट्र सरकार किससे डरती है? उन्होंने पूछा कि क्या उद्धव ठाकरे सरकार वीर सावरकर के साथ लताजी के रिश्तों की वजह से दबाव में है? विदित हो कि शिवसेना-NCP-कांग्रेस गठबंधन की ‘महा विकास आघाडी’ महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ है.

दरअसल, एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि इंदौर में लता मंगेशकर के नाम से संगीत अकादमी, संगीत महाविद्यालय, संगीत संग्रालय की स्थापना की जाएगी. साथ-साथ उनकी इंदौर में मूर्ति भी स्थापित की जाएगी. यहां बता दें कि मध्य प्रदेश में वर्ष 1984 से संगीत निर्देशन तथा पार्श्व गायन के क्षेत्र में ‘लता मंगेशकर सम्मान’ दिया जाता रहा है. दूसरी तरफ यूपी में भी भारतीय जनता पार्टी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में लता मंगेशकर की स्मृति में प्रदर्शन कला अकादमी स्थापित करने की घोषणा की है. वहीं, स्वर कोकिला के देहांत के चलते पार्टी ने दो दिन पहले अपना संकल्प पत्र जारी करने का समारोह भी रद्द कर दिया था. वहीं, सांसद कोटक ने एक ट्वीट के माध्यम से भी कांग्रेस पर हमला बोला है. इसमें कहा गया है कि वीर सावरकर की ‘ने मजासी ने परत मातृभूमि’ कविता प्रसारित करने के पश्चात् लता जी के भाई पंडित हृदयनाथ मंगेशकर की आकाशवाणी केंद्र से नौकरी चली गई थी.

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