Balod: नल जल योजना से बदली वनांचल गांव कोसमी की तस्वीर, घर-घर मिल रहा शुद्ध पेयजल, 15 साल बाद पहुचा हर घर में नल से जल… देखें वीडियों

बालोद- जिले के वनांचल गांव कोसमी में 15 साल बाद हर घर में नल से जल पहुचा हैं। जिससे यहां के ग्रामीण ख़ासतौर पर महिलाएं काफी खुश है। इनकी ख़ुशी का ठिकाना नही है। यहां के 55 परिवारों के घर पर जल जीवन मिशन के तहत नलों से ही शुद्ध पानी मिल रहा है। यहां अभी इतने परिवारों को नल कनेक्शन प्रदान किया गया है। इससे जल संकट से जूझने वाली महिलाओं को काफी सुविधा हो रही है। उल्लेखनीय हो कि कोसमी में जल जीवन मिशन के हर घर जल योजना अंतर्गत 14 लाख 80 हजार रुपये की लागत से सोलर ड्यूल पंप स्थापित किया गया हैं। इसकी क्षमता 1200 वॉट मॉड्यूल, 12 मीटर स्टेजिंग और 10 हजार लीटर हैं।

घर पर ही हो रही है पेयजल की आपूर्ति-
उल्लेखनीय हो कि गुरुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत कपरमेटा का आश्रित गांव कोसमी वनांचल क्षेत्र में आता हैं। यहां 55 परिवार निवासरत है। ग्रामीणों की माने तो यहां करीबन 15 साल बाद घर घर नल कनेक्शन लगा हैं। जिसमें अब शुद्ध पेयजल आता है। यहां पानी की व्यवस्था के लिए 4 हैंडपंप स्थापित है। जिसमें से मुख्य रूप से सभी संचालित है। जिसमें नल जल योजना के तहत सोलर ड्यूल पम्प स्थापित किया गया हैं। सोलर पम्प से ही सुबह शाम 2 समय घरों तक पानी पहुचता हैं। साथ ही गांव में 3 तालाब है। एक गांव के समीप है तो दो गांव से दूर। जो कि सिर्फ निस्तारी का उपयोग योग्य है। ग्रीष्मकाल में ग्राम की महिलाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ता था। घर से दूर हैण्डपम्प से पानी लाने जाने पड़ता था। लेकिन अब घर पर ही पेयजल की आपूर्ति हो रही है। महिलाओं ने बताया कि वे घर से दूर हैंडपम्प या कुएं में पानी भरने जाया करती थी। लेकिन अब नल की सुविधा मिलने से इन्हें दूर पानी भरने नही जाना पड़ता।

जिले के हर ग्रामीण घरों में जल्द पहुचेगा नल से जल-
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के ईई आरके धनंजय ने बताया कि जिले में हर घर नल से जल योजना के तहत गांव के हर घरों में शुद्ध पेयजल पहुचाने की काम हमारा युद्ध स्तर पर जारी है। कोसमी में भी नल से जल की सुविधा ग्रामीणों को दी गई हैं। बहुत जल्द हम जिले के ग्रामीण घरों में यह सुविधा प्रदान कर देंगे। वही ईई ने आगे बताया कि जिले के 435 ग्राम पंचायतों के 687 गांवों में कुल 6 हजार 862 हैण्डपम्प स्थापित हैं। जिसमें 63 हैण्डपम्प बंद पड़े है, जो सुधार योग्य है। वही नल जल योजना अंतर्गत कुल 171 गांव में 88 टंकी और 83 में सीधे जल प्रदाय किया जा रहा है। वही एक गांव में बंद है। स्थल जल योजना अंतर्गत 92 में 92 चालू हैं। इसी तरह सोलर पंप 93 गावों में लगे है, जो सभी चालू है। वही सिंगल फेस पावर पम्प 485 में 449 गावों में चालू है। 36 बंद पड़े है।

◆वर्जन
“पहले हम लोग नरवा, कुंआ से पानी लाते थे, लेकिन अब जो सरकार की योजना से घरों तक पानी की सुविधा मिली है, इससे हमें बहुत राहत मिली है। योजना से घर घर नल का पानी जा रहा है, इस योजना का हमे लाभ मिला है।”
पूर्णिमा गंधर्व, महिला, ग्राम कोसमी

◆वर्जन
“नल में सुबह शाम पानी आता है, हर घर नल से जल योजना से घर तक नल कनेक्शन लगाया गया है, पहले बहुत दूर तक पानी भरने जाना पड़ता था, अब घर में ही पानी आता है।”
पेमिन बाई, महिला, ग्राम कोसमी

◆वर्जन
“जल जीवन मिशन सरकार की महत्त्वकांक्षी योजना है, इसके तहत घर घर पानी जा रहा है, पहले कुंआ, डबरी से पानी भरते थे, इससे लोगो को काफी सुविधा मिली है, गांव के सभी घरों में पानी जा रहा है, थोड़ा ऊपर पारा है, वहां 5 घरों में वॉल्व की वजह से पानी नही पहुचता है।”
झाड़ू राम चन्द्रवंशी, सरपँच, ग्राम पंचायत कपरमेटा

◆वर्जन
“पहले कुआ, तालाब से पानी लाते थे, जिससे तकलीफ तो होती ही थी, सोलर ले लगने से और हर घर नल कनेक्शन देने से बहुत फायदा हुआ है, घरों में पानी आ रहा है, लगभग 15 साल बाद ये सुविधा मिली है कि घर में नल कनेक्शन लगाया गया है और पानी मिल रहा है।”
रेणुका नेताम, महिला, ग्राम कोसमी

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