करार की समयावधि खत्म, संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी फिर जायेंगे अनिश्चितकाल के लिये हड़ताल पर

भोपाल मे रविवार को होगा मंथन, 10 फरवरी से पहले हो सकता है बडा आन्दोलन

भोपाल! मध्यप्रदेश के एनएचएम मे कार्यरत तकरीबन 32000 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी फिर से हड़ताल पर जाने की तैयारी मे हैं। जिसको लेकर 5 फरवरी को भोपाल मे बैठक आयोजित की गई है। दिसम्बर माह मे यह कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे। तकरीबन 20 दिन तक चली इस हड़ताल मे प्रशासन तथा संघ के बीच मांगो को लेकर समझौता हुआ था। जानकारी अनुसार संगठन के नेताओ ने लिखित मे पत्र जारी करते हुये शर्तो मे हड़ताल स्थगित की थी। पत्र मे साफ़ तौर पर लिखा गया था की यदि 1 माह के भीतर मांगो को पूरा करते हुये आदेश जारी नही होते तो संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी पुन: हड़ताल मे चले जाएंगे। 1 माह की समयावधि 2 फरवरी को पूरी हो चुकी है लेकिन सरकार हर बार की भांति इस बार भी संविदा कर्मचारियो के लिये कोई आदेश जारी नही किये। जिससे कर्मचारियो यह मान रहे हैं की प्रशासन ने उनके साथ छलावा किया है। अब आगे की रणनीति पर आज भोपाल मे मंथन होगा। आन्तरिक सूत्रो से मिली जानकारी अनुसार 10 फरवरी के भीतर कभी भी पुन: हड़ताल का एलान हो सकता है ।

नियमितीकरण तो दूर 90 प्रतिशत के परिपालन का भी नही जारी हुआ आदेश, वादाखिलाफी का आरोप

संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी 20 दिन की हड़ताल के बाद पूरी तरह से आश्वस्थ थे की उनकी मांगो को सरकार पूरा कर देगी। लेकिन सरकार ने नियमितीकरण तो दूर 2018 मे बानाई गई नई संविदा नीति का भी आदेश नही जारी किया। ज्ञात हो इस नीति का लाभ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के कर्मचारियो को मिलने लगा है, वही एनएचएम के कर्मचारियो को इसके लाभ से वंचित रखा गया है। जिसको लेकर लगातर धरना प्रदर्शन हो रहा है। कर्मचारियो के एक भी मांगो पर सरकार तथा विभाग ने विचार नही किया। जिसको लेकर वादाखिलाफी का आरोप लगने लगा है।

समितियो का झुनझुना

5 जून 2018 को मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने नई संविदा नीति पर मुहर लगा दी। जिसका कई विभागो ने पालन करना भी शुरु कर दिया है। लेकिन एनएचम के अधिकारीयों ने अपने विभाग के संदर्भ मे कहा था की फाइल वित्त विभाग मे लम्बित है। पिछ्ले 5 सालो से भला कोई फाइल किसी विभाग मे लम्बित रहे तो उनकी मंशा पर सवाल खडे होना लाजमी है। अब मांगो को लेकर पुन: समिति का झुनझुना पकडा दिया गया है। जिससे कर्मचारियो मे खासा आक्रोश है।

बजट सत्र के पहले आर- पार की लडाई

शिवराज सरकार का आखिरी बजट या यूँ कहें की चुनावी बजट आगामी माह मे पेस होने जा रहा है। जिसको लेकर कर्मचारी मंथन कर रहे। यदि बजट मे प्रावधान कराना है तो मार्च के पहले हड़ताल के माध्यम से सरकार तक अपनी बात को फिर पहुचाया जाये। इसी को लेकर भोपाल मे रविवार को संगठन के नेता तथा कर्मचारीगण हड़ताल की रणनीति पर मंथन करेंगे। बार- बार आश्वासन के बाद भी कूछ ना हासिल होने से आक्रोशित कर्मचारी इस बार आर-पार की लाडाई के मूड मे दिखाई दे रहे हैं।

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