डभरा में भी चला प्रशासन का बुलडोजर, सड़क चौड़ीकरण को लेकर मुख्य मार्ग से हटाए गए अतिक्रमण, स्थानीय पुलिस प्रशासन रही मुस्तैदी से तैनात, मासूम नवजात को मिला शासन की योजना का लाभ

सकती- शक्ति जिला गठन के बाद से ही निरंतर विकास के मामले में अग्रसर हो रहा है,शक्ति जिला कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना के निर्देश पर जहां जिले में सड़कों को चौड़ीकरण करने का कार्य तेजी से चल रहा है, तो वही शक्ति जिले के चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत राजस्व अनुविभाग डभरा में भी प्रमुख मार्गों को चौड़ीकरण करने के लिए प्रशासन ने विशेष अभियान चलाया तथा उपरोक्त सड़क का निर्माण चंद्रपुर की ओर तेजी से चल रहा है किंतु शहर के अंदर कुछ सड़क पर अतिक्रमण होने की वजह से प्रशासन ने ऐसा किया है, 14 मई को सुबह से डभरा मुख्य मार्ग पर बेजा कब्जा हटाया गया है, जेसीबी से दर्जनों मकान एवं दुकान को जमींदोज किया गया है। पूर्व सूचना के बावजूद बेजा कब्जा धारी शासकीय जमीन पर कब्जा करके जमे हुए थे, पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा बनाए जा रहे सड़क निर्माण और चौड़ीकरण के लिए बेजा कब्जा बाधा बन रहा था,डभरा नगर में रविवार सुबह बेजा कब्जा हटाओ अभियान चलाया गया है, जिसके तहत खरसिया डभरा चंद्रपुर मार्ग निर्माण एवं चौड़ीकरण के लिए सड़क के अंतर्गत आने वाले बेजा कब्जा में बने हुए दुकान और मकान को जेसीबी से तोड़ा गया है। इस मौके पर प्रशासन एवं पुलिस के सैकड़ों अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे। कार्रवाई से पूर्व बेजा कब्जा धारियों को सूचना दिया गया था, जिसमें उनके द्वारा बेजा कब्जा नहीं हटाया गया था, वही मुख्य सड़क के दोनों ओर 40 फीट अंतर्गत आने वाले दुकान मकान एवं अन्य कब्जा को हटाया गया कुछ एक मामलों में प्रशासन के अधिकारियों को वाद विवाद का सामना करना पड़ा, लेकिन सड़क चौड़ीकरण के लिए किए जा रहे इस अभियान में जन समर्थन होने के कारण बेजा कब्जा धारियों को भी आखिरकार अपना कब्जा छोड़ना पड़ा है,डभरा थाना चौक से चंद्रपुर नए बस स्टैंड की ओर मकान एवं दुकान कांप्लेक्स को हटाया गया है, इस दौरान कुछ व्यापारी अपने दुकान के सामान रखे हुए थे उन्हें हटाने का मौका देते हुए दुकान को जमींदोज किया गया है,आपको बता दें की सड़क चौड़ीकरण एवं नाली निर्माण के लिए कब्जा हटाया गया है। प्रशासन द्वारा बेजा कब्जा हटाए जाने के बाद कब्जा धारी खुद से अपना कब्जा हटाते भी देखे गए,लोक निर्माण विभाग द्वारा बीच सड़क के दोनो ओर 40-40फीट निर्माण होना है,जिसमें बीच में डिवाइडर, 7 मीटर सीसी रोड ,फुटपाथ,नाली निर्माण होंगे। इसके लिए लोक निर्माण विभाग को अपना जमीन खाली करवाना जरूरी था। नगर में विकास एवम सौंदर्यीकरण के लिए बेजा कब्जा हटाया गया है,
सड़क निर्माण का कार्य पिछले कई महीने से जारी है,पूर्व लोक निर्माण विभाग के द्वारा सड़क के बीच से 40फीट की दूरी को नापकर व्यापारी एवम कब्जाधारी लोगों को बताकर चिन्हांकित कर दिया गया था,पर इसके बावजूद भी कब्जाधारी जमे हुए थे,समझाइस के बाद कब्जा नहीं हटाए जाने से आज तोड़फोड़ की कार्यवाई की गई है,14 मई की सुबह से ही डभरा एसडीएम,तहसीलदार,थाना प्रभारी,पटवारी,कोटवार एवम पुलिस विभाग के जवान मुस्तैद रहे,इसके अलावा एहतिहातन के तौर पर महिला कर्मचारी भी डटे रहे। प्रशासन तकरार की स्थिति से निपटने के लिए तैयार थी,लेकिन किसी तरह की विवाद की स्थिति नहीं बनी,दिव्या अग्रवाल एसडीएम डभरा का कहना है की बेजा कब्जा के कारण निर्माण में बाधा आ रही थी,एवम चौड़ीकरण के कारण बेजा कब्जा हटाया जाना जरूरी था,इससे पूर्व भी ट्रक पलट गए थे,जिसके लिए सड़क चौड़ा करना पड़ा,राकेश द्विवेदी एसडीओ पीडब्ल्यू डी विभाग के अनुसार से सड़क के एक ओर निर्माण होने से दूसरे तरफ यातायात बाधित होता था,साथ ही चौड़ीकरण के लिए विद्युत पोल भी सिफ्ट करना जरूरी है,इसके लिए जगह खाली कराया गया है

शासन की योजना का मिला लाभ मासूम को मिली नवजीवन की मुस्कान

सकती-कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना और सीएमएचओ डॉ सूरज सिंह राठौर के मार्गदर्शन में चिरायु टीम ने 13 मई 2023 को रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल रायपुर ले जा कर मासूम एलिना के जन्मजात हृदय रोग की सफल सर्जरी कराई एलिना के माता पिता की खुशियों वापस उन्ही मिल गई है।चिरायु दल में डॉक्टर संजीव कुमार अहिरवार, डॉ प्रतिभा अहिरवार ,श्री रामायण प्रसाद फार्मासिस्ट शामिल रहे,बता दे कि 5 वर्ष 11माह की मासूम एलिना जैजैपुर ब्लॉक के अन्तर्गत आने वाले ग्राम छिर्राडीह की निवासी है जो आंगनबाड़ी केंद्र में अध्ययन कर रही है एलिना के पिता नरेश कुमार कमलेश छात्रावास में चौकीदार का काम करते हैं माता सोनिया कमलेश गृहणी हैं एलिना बार बार बीमार पड़ती रहती थी और अपने हमउम्र अन्य बच्चो को तुलना में काफी कमजोर होते जा रही था चिरायु टीम जैजैपुर ने प्राथमिक जांच में जटिल बीमारी होना पाया जिसे रेफर कर उच्च चिकित्सा संस्थान में जांच कराया जांच में एलीना को बिमारी-जन्मजात हृदय रोग की पुष्टि हुई जिसे सुनकर एलिना के माता पिता सदमें में आ गए परिवार की आर्थिक स्थिति के चलते वो बच्चे के आगे इलाज की चिंता में डूब गए चिरायु टीम ने समझाया की चिरायु कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चे का निशुल्क इलाज किया जाता है उनको टीम के द्वारा रायपुर उच्च चिकित्सा संस्थान में निशुल्क हृदय सर्जरी कराने का जिम्मा स्वास्थ विभाग का है, स्वास्थ्य लाभ की जानकारी मिलते ही एलिना के माता पिता चिरायु टीम के मदद से रायपुर स्थित रामकृष्ण केयर अस्पताल में मासूम को भर्ती कराया और सफल आपरेशन से अब एलिना पूर्ण स्वस्थ्य हो गई है। तथा एलिना के माता पिता की खुशियों वापस उन्ही मिल गई है। जिससे एलिना के माता पिता ने चिरायु दल और कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना एवं सीएमएचओ डॉ सुरज सिंह राठौर का आभार जताया

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