30 साल लिव इन रिलेशन में रहा आदिवासी प्रेमी जोड़ा 57 की उम्र में रचाई शादी, 4 गांव के ग्रामीण बने बाराती

एक प्रेमी जोड़ा 4 साल रहा लिव इन में, दो जोड़े की सरडीह पंचायत में विवाह – वाहिद अंसारी

कहते हैं मोहब्बत किसी बंधन की मोहताज नहीं है। प्यार सशर्त नहीं नि:शर्त होता है। एक तरफ लिव इन में रहते हुए अफजल श्रद्धा की मर्डर मिस्ट्री की कहनी से देशभर में सनसनी है। वहीं जशपुर आदिवासी जिला के एक छोटे से गांव में विगत 30 सालों से लिव इन रिलेशन में रह रहे आदिवासी दंपत्ती की शादी ग्राम पंचायत के सहयोग से कराई गई और माता-पिता की शादी में बच्चे भी शरीक रहे। ग्राम पंचायत की ओर से शादी समारोह का आयोजन किया गया और बीडीसी शब्बीर अंसारी ने वर-वधु को आशिर्वाद देकर कन्यादान किया। यह हकीकत मनोरा विकासखंड के सरडीह ग्राम पंचायत की है। यहां मंगलवाल को मंडप सजाया गया जहां 30 साल और एक 4 साल से लिव इन में रह रहे आदिवासी जोड़े को परिणय सूत्र में बांधा गया। इन्हें 4 गांव के ग्रामीण आशीर्वाद देने पहुंचे।
वर-वधू अत्यंत गरीब
बीडीसी सबीर अंसारी और सरपंच अनिता बाई ने बताया कि दोनों जोड़ी के परिवार अत्यंत गरीब हैं। दिन रात मेहनत करते हैं और परिवार का पालन पोषण करते हैं। दोनों जोड़ों के पास इतना पैसा नही हैं जो अपनी शादी करा सकें। तब बीडीसी और सरपंच के पास प्रस्ताव रखा और दोनों जोड़ी को रीति रिवाज के साथ शादी कराया और पूरे पंचायत के लोग शामिल हुए और आशीर्वाद दिया।
बीडीसी और सरपंच रहे मौजूद
दोनों वर-वधू की जोड़ी को बीडीसी शब्बीर अंसारी और सरपंच अनिता बाई ने विवाह कराया। बीडीसी अंसारी ने बताया कि गांव में चौकीदार और महतो के द्वारा सूचना दिया गया था। और दोनों वर वधू को रीति रिवाज के साथ शादी कराई गई।
ये 30 साल से लिव इन में
मोती लाल और केशमईत दोनों में प्रेम संबंध था। प्रेम करते-करते दोनों एक साथ रहने लगे। 30 साल बिना शादी के साथ रहने लगे। इसी बीच एक बेटी भी हो गई और वह अब12 साल की है और छठवीं कक्षा में पढ़ती है। बताया जा रहा है कि मोती लाल की उम्र 57, और केशमईत की उम्र 52 साल है।
ये 4 साल से लिव इन में
सिफई और सोमारी एक साथ 4 साल से साथ रहते हैं। दोनों में प्रेम संबंध हुआ और साथ रहने लगे। दोनों बिना शादी के एक साथ रहने लगे। इन 4 साल में दो बच्चे हो गए एक डेड़ साल और 6 माह का है। 30 साल लिव इन रिलेशन में रहा आदिवासी प्रेमी जोड़ा 57 की उम्र में रचाई शादी, 4गांव के ग्रामीण बने बाराती

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