सक्ति- शक्ति के भारतीय खाद्य निगम अगार शक्ति में 16 सितंबर को शहर के वार्ड क्रमांक- 2 कसेर पारा में स्थित स्वामी आत्मानंद हिंदी मध्यम स्कूल के बच्चों ने पहुंच कर निगम की कार्य प्रणाली से रूबरू हुए तथा इस दौरान भारतीय खाद्य निगम के अधिकारियों ने बताया कि भारतीय खाद्य निगम मिनिस्ट्री आफ कंज्यूमर अफेयर फूड एंड पब्लिक डिसटीब्यूशन भारत सरकार के अधीन एक वैधानिक निकाय हैं, यह एक पूर्ण रूप से सरकारी संस्था है जो पूरे भारत में अनाज की खरीदी- बिक्री एवं वितरण के कार्य से संबंधित है,एवं यह भारत के नागरिकों के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए काम करती है,एवं कोविड कल में भारत सरकार के दिशा निर्देश पर निशुल्क खाद्यान्न वितरण प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत भारतीय निगम द्वारा उल्लेखनीय कार्य किया गया एवं खरीफ वर्ष 2021-22 से भारत सरकार द्वारा एफसीआई के माध्यम से पोषण युक्त फोर्टिफाइड चावल का उपार्जन एवं वितरण किया जा रहा है, ताकि उपभोक्ताओं को पोषण युक्त चावल की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके

सक्ति के एफसीआई भ्रमण पर पहुंचे अधिकारियों ने बताया कि भारतीय खाद्य निगम मुख्यतः गेहूं और चावल खाद्यान्न की खरीदी रख रखाव एवं संचालन का कार्य करती है, तथा इस निगम को एशिया का सबसे बड़ा खाद्यान्न सप्लाई चैन मैनेजमेंट माना जाता है एवं निगम ने भारत को खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर देश बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है,तथा इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है एवं हर राज्य के प्रत्येक राजधानी में इसका क्षेत्रीय कार्यालय भी है तथा छत्तीसगढ़ प्रदेश में भी राजधानी रायपुर में इसका क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित है, जिसके अंतर्गत सभी वर्तमान में तीन मंडल कार्यालय हैं जिसमें शक्ति बिलासपुर मंडल कार्यालय के अंतर्गत काम करता है,अधिकारियों ने बताया कि आज देश में मुख्य अनाजों का दाम सालों भर लगभग एक समान बना रहता है, उसके पीछे एफसीआई के द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य पर खरीदी कर उनको संग्रहण करना, विक्रय एवं वितरण को सुनिश्चित करना है और विभिन्न स्थानों पर व्यवस्थित अपने गोदाम में इन्हें संग्रहित करना तथा वहां से आवश्यकता के अनुसार राज्य सरकारों को इसकी आपूर्ति करती है, मौके पर उपस्थित बच्चों को अधिकारियों ने बताया कि जब धान गेहूं की फसल तैयार होती है तो भारतीय खाद्य निगम यह गणना करता है कि साल भर में पूरे देश के लिए कितने धान गेहूं की जरूरत है उसके अनुसार यह अपना स्टॉक तैयार करता है और आयात या निर्यात का सुझाव सरकार को देता है जिसके अनुसार अन्य राज्यों को आवश्यकता अनुसार रेलवे के माध्यम से रेक उपलब्ध कर खाद्यान्न का निर्यात भी किया जाता है

भारतीय खाद्य निगम का मुख्य उद्देश्य किसानों एवं उपभोक्ताओं की सेवा करना है, इस दौरान स्वामी आत्मानंद हिंदी मध्यम स्कूल शक्ति के बच्चे भी भारतीय खाद्य निगम की इस कार्य प्रणाली को देख काफी प्रभावित हुए तथा विद्यालय के बच्चों के निगम कार्यालय में पहुंचने पर निगम द्वारा सभी शिक्षक/ शिक्षिकाओं का स्वागत करते हुए उनका वेलकम किया गया एवं भारतीय खाद्य निगम के प्रबंधक अगार जयशंकर मोहिटुरे, कृषि गु.लि डी के घोटके, गोदाम प्रभारी उत्तम कुमार, तकनीकी सहायक रश्मि कुमार गौंड, सहित अन्य आगार के अधिकारी/कर्मचारियों ने विद्यालय के बच्चों को गोदाम की एक-एक कार्य प्रणाली से अवगत कराया
तथा गोदाम में प्रवेश करते साथ धर्म कांटा से लेकर कैसे अनाजों का संग्रहण किया जाता है एवं अनाजों को कैसे सुरक्षित रखा जाता है तथा अनाजों का कैसे दुकानों तक वितरित किया जाता है इस संपूर्ण कार्य प्रणाली से अवगत कराया गया तथा इस कार्य प्रणाली को देखकर बच्चे भी काफी प्रभावित हुए एवं बच्चों ने भी उत्सुकतावशअधिकारियों से और भी विषयों पर जानकारी ली तथा अधिकारियों ने भी बच्चों को पूरी संवेदनशीलता के साथ एक-एक बिंदुओं पर जानकारी दी,उल्लेखित हो कि भारतीय खाद्य निगम द्वारा पूरे देश भर में विद्यालय के बच्चों का भ्रमण करवा कर उन्हें निगम की कार्यप्रणाली की जानकारी दी जा रही है