दुर्ग। पिछले दिनों जिले में हुई बेमौसम बारिश की वजह से रवि फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। बारिश थमने के चार दिन बाद भी अफसर फसलों को हुए नुकसान का पूरी तरह से आंकलन नहीं कर पाए हैं। दरअसल रवि फसल लेने वाले किसानों का फसल बीमा कराया गया है।
अधिकारी फसलों को हुए नुकसान का सर्वे करने के बजाए प्रभावित किसानों को बीमा कंपनी से मुआवजा राशि लेने के लिए आवेदन करवाने पर जोर देने में लगे हुए हैं। जबकि बीमा दावा के लिए किसानों को 72 घंटे के भीतर आवेदन करना है यह समयावधि पूरी हो गई है।
जिले में मंगलवार और बुधवार को भारी बारिश हुई थी। दो दिन में करीब 150 मिमी से अधिक वर्षा रिकार्ड की गई थी। बेमौसम बरसात और आसमान पर छाए बादलों की वजह से रवि फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। जिले में करीब 33 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में रवि फसल लगाई गई है। जिसमें चना, गेहूं, तिवरा, सब्जी सहित अन्य फसल शामिल हैं। किसान झाबेंद्र भूषण वैष्णव ने बताया कि पिछले दिनों हुई बारिश से तिवरा की फसल चौपट हो गई है।
यह फसल कम पानी में ली जाती है लेकिन मंगलवार-बुधवार को हुई बारिश के बाद खेतों में पानी भर गया। जो तिवरा फसल के लिए पूरी तरह नुकसान देह है। जिले में करीब 10 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में तिवरा की फसल लगाई गई है। इसी तरह से साढ़े छह हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में किसानों ने सब्जी की फसल लगाई गई है।
बादल-बारिश से टमाटर हुआ प्री-मैच्योर
पानी की वजह से टमाटर,भिंड़ी,सेमी,लौकी,करेला सहित सब्जी की अन्य फसलों को नुकसान पहुंचना बताया जा रहा है। बादल और बारिश के कारण टमाटर प्री मेच्योर हो गया है और इसकी गुणवत्ता भी प्रभावित हो गई है। शनिवार को बाजार में टमाटर कहीं-कहीं 25 रुपये में दो किलो बिक रहा था।