बीजापुर। नक्सल प्रभावित दक्षिण बीजापुर जिले में पुलिस द्वारा कर्रेगुट्टा पहाड़ के पास एक नया ताड़पाला बेस कैंप की स्थापना की गई है। यह पहल छत्तीसगढ़ सरकार की “नियद नेल्ला नार” योजना के तहत ग्रामीणों को सुरक्षा, विकास और मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से की गई है। यह नया बेस कैंप माओवादी गतिविधियों पर नजर रखने और ऑपरेशन लॉन्चिंग पॉइंट के रूप में कार्य करेगा।
इसके माध्यम से एरिया डॉमिनेशन, सतत गश्त, और नक्सली नेटवर्क पर नियंत्रण की दिशा में सुरक्षा बलों की पकड़ और भी मजबूत होगी। बेस कैंप के माध्यम से आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर, खेल प्रतियोगिताएं, सौर लाइट, जल आपूर्ति और शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं पहुंचाई जाएंगी। इससे पुलिस और जनता के बीच संवाद और विश्वास को बल मिलेगा और नक्सली संगठनों में युवाओं की भर्ती पर भी प्रभावी रोक लग सकेगी।
दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों में सुरक्षा बलों ने यह कैंप स्थापित कर एक बार फिर अपनी साहसिक कार्यशैली और प्रतिबद्धता का परिचय दिया है। वर्ष 2024 से अब तक जिले में 38 सुरक्षा कैंप स्थापित किए जा चुके हैं, वहीं 599 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण, 196 मारे गए और 973 गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पुलिस और सुरक्षाबलों के बढ़ते दबाव और लगातार हो रहे मुठभेड़ से बौखलाए नक्सलियों ने एक बार फिर कायराना करतूत को अंजाम दिया है।
हथियारबंद नक्सलियों बस्तर संभाग बीजापुर के उसूर थाना इलाके में एक भाजपा कार्यकर्ता की निर्मम तरीके से हत्या कर दी है। मृतक का नाम पूनेम सत्यम है। इस वारदात के बाद माओवादियों ने मौके पर पर्चे भी फेंके है जिसमें उन्होंने पूनेम पर पुलिस से मिलीभगत और नक्सलियों के मुखबिरी के आरोप लगाए है। पूरी घटना मुंजाल कांकेर की बताई जा रही है।