रायपुर। थाना मंदिर हसौद क्षेत्र में आपसी विवाद के कारण हत्या की घटना सामने आई। 05 अक्टूबर 2025 को अपने घर से नहाने के लिए तालाब गए सिद्धार्थ भतपहरी 08 अक्टूबर तक लापता रहे। पुलिस को सूचना मिली कि मंदिर हसौद स्थित जिंदल फैक्ट्री के पीछे गिट्टी खदान खाली प्लांट में उनका शव पाया गया। प्रारंभिक जांच में मृतक के सिर और गले में गंभीर चोटें पाई गईं और साक्ष्य छुपाने के लिए शव को जलाया गया था।
पुलिस ने तत्काल मामला गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एंटी क्राइम एवं साइबर यूनिट और थाना मंदिर हसौद की संयुक्त टीम गठित की। आसपास के लोगों से पूछताछ और CCTV फुटेज के माध्यम से आरोपी की पहचान की गई। पूछताछ में तरूण शुक्ला, सुभाष शर्मा और ओमप्रकाश मिश्रा की संलिप्तता सामने आई। आरोपी तरूण शुक्ला (19, निवासी नवीन चौक) और सुभाष शर्मा (20, निवासी ग्राम जकारा) को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने आपसी विवाद के कारण हत्या और शव जलाने की बात स्वीकार की।
प्रकरण में एक अन्य आरोपी अभी फरार है, जिसकी पतासाजी कर जल्द गिरफ्तारी की कोशिशें जारी हैं। पुलिस ने दोनों गिरफ्तार आरोपियों के विरुद्ध थाना मंदिर हसौद में अपराध क्रमांक 483/25 धारा 103(1), 238(1), 3(5) बी.एन.एस. के तहत केस दर्ज किया है। इस कार्रवाई में निरीक्षक आशीष यादव, प्रभारी निरीक्षक परेश पाण्डेय, प्र.आर. वीरेन्द्र भार्गव, जसवंत सोनी, बसंती मौर्य, आर. मुनीर रजा, लक्ष्मी नारायण साहू, अविनाश टण्डन, राहुल गौतम, प्रवीण मौर्य, बबीता देवांगन और थाना मंदिर हसौद की टीम के सउनि चंद्रहास वर्मा, मोहन तिवारी, राकेश कुमार साहू और युवराज वर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।