शासकीय उच्चतर माध्यमिक हिंदी माध्यम स्कूल बम्हनीडीह का भविष्य अधर में

सक्ती-छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी स्कूल जांजगीर -चाम्पा जिले के सभी विकासखंडो में संचालित है I इसी के तहत बम्हनीडीह विकासखंड में भी स्वामी आत्मानन्द अंग्रेजी स्कूल , शासकीय उच्च.मा.हिंदी माध्यम विद्यालय के भवन में संचालित है I वर्तमान में बम्हनीडीह हिंदी माध्यम स्कूल में लगभग 300 बच्चे अध्ययनरत है I लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी जांजगीर द्वारा संचालक लोक शिक्षा संचनालय रायपुर के आदेश के परिपालन में शासकीय उच्च.मा.हिंदी माध्यम विद्यालय में पढ़ा रहे प्राचार्य, शिक्षक तथा अन्य कर्मचारियों का स्थानांतरण प्रस्ताव माँगा जा रहा है ताकि उन्हें अन्य स्कूल में भेजा जा सके I इस स्थानांतरण प्रक्रिया से साफ़ प्रतीत होता है की आगामी दिनों में शासकीय उच्च.मा. हिंदी माध्यम स्कूल बम्हनीडीह को बंद कर दिया जाएगा I अब यहां पर पढ़ रहे सैकड़ों बच्चों का भविष्य अधर में लटक गया है कि अब वे कहां और कैसे अध्ययन करेंगे। चूँकि बम्हनीडीह जैसे विकासखंड और तहसील मुख्यालय में और अन्य कोई शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक हिंदी माध्यम विद्यालय नहीं है I साथ ही साथ बम्हनीडीह के 8-10 किलोमीटर की दूरी से आसपास के ग्राम जैसे पूछेली, भँवरेली,पोड़ीशंकर ,लखुर्री , कपिस्दा में शासकीय हाई स्कूल केवल 10 वी तक संचालित है वहा  अध्ययनरत विद्यार्थी 11वी-12वी में पढ़ने हेतु बम्हनीडीह हिंदी माध्यम स्कूल में ही निर्भर है,उन्हें बहुत परेशानी का सामना करना पड़ेगा I ज्ञात हो की वर्तमान में बम्हनीडीह के एक ही स्कूल भवन में अलग – अलग समयों में हिंदी और अंग्रेजी माध्यम विद्यालय दोनों संचालित है I इस सम्बंध में जिला पंचायत सभापति एवं भाजपा नेता गगन जयपुरिया ने कलेक्टर तथा डी.इ.ओ. से मिलकर शा.उ.मा. हिंदी माध्यम स्कूल पूर्व की भांति अलग – अलग पाली में संचालित करने की मांग की है जब तक अंग्रेजी माध्यम स्कूल के लिए नवीन भवन की व्यवस्था नहीं हो जाती है I उनका कहना है कि शासकीय उ.मा.विद्यालय हिंदी माध्यम बम्हनीडीह कई वर्षों के से संचालित  है। आसपास के दर्जन भर गांव  के बच्चे यहां उच्च शिक्षा के लिये आते हैं। स्वामी आत्मानन्द अंग्रेजी माध्यम खुलने से हिंदी माध्यम शाला पूर्णता बंद हो रहा है अतः हिंदी माध्यम स्कूल में अध्ययनरत विद्यार्थियों का भविष्य पूर्णतः अंधकारमय है। ग्रामीण जनता आर्थिक रूप से उतनी सक्षम नहीं होती की वो अपने बच्चो को प्राइवेट स्कूल में मोटी फीस देकर पढ़ा सके। इसलिए गगन जयपुरिया ने कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि बच्चों के भविष्य को देखते हुए प्रशासन बम्हनीडीह में अंग्रेजी विद्यालय के साथ – साथ हिंदी विद्यालय का भी यथावत् संचालन करें।

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