घुमंतू व आवारा मवेशियों को एक निश्चित प्लेटफार्म मिला ग्राम पंचायत भाड़ी में

कोरिया जिले का ग्राम पंचायत भाड़ी बना एक मिसाल
बैकुुंठपुर कोरिया- घुमंतू व आवारा गौवंशो की समस्या को देखते हुए ग्राम पंचायत भांडी की उप सरपंच ने जहां चाह वहां राह की कहावत को चरितार्थ करते हुए सरपंच सचिव व ग्रामीणों के सहयोग से गांव में गौशाला की स्थापना कर बाकी ग्राम पंचायतों को एक सुन्दर संदेश दिया है ।
देश व प्रदेश में घुमंतू व आवारा गौ वंश एक बड़ी समस्या बनकर सामने आए हैं इसके निदान के लिए छत्तीसगढ़ सरकार हमर गांव हमार गोठान नाम से योजना भी शुरू कर रही है उसके पहले ही ग्राम पंचायत भाड़ी में ग्रामीणों ने पहल कर स्वयं का गौशाला बनाकर एक सुंदर संदेश दिया है। इस संबंध में ग्राम भाड़ी की उपसरपंच श्रीमती संगीता सिंह चौहान ने बताया कि पूर्व में भी आवारा गौवंशो को अपने घर पर रखकर यथासंभव सेवा करते थे लेकिन उप सरपंच की जिम्मेदारी मिलने पर पूरे गांव की समस्या दूर करने का निर्णय किया और सरपंच, सचिव, गौ सेवक और ग्रामवासियों के सहयोग से सरकारी जमीन पर गौशाला का निर्माण किया गया है जहां गौवंशो के खाने और पानी के लिए दो लोगों को रखा गया है । अभी गौशाला में 200 से ढाई सौ गौवंश है जिससे अब अपने आप में खुशी होती है कि आमजन व आवारा गौवंश को अब दुर्घटना का शिकार नहीं होना पड़ेगा और आने वाले समय में कुछ अच्छा और करने की बात कही है। गांव के सरपंच शिव बालक पंडो ने बताया कि दूसरे गांव के लोग शासन की योजना आने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन हमारे द्वारा गौशाला का निर्माण कर उन्हें यह एक संदेश दिया गया है कि आप चाहे तो गोवंश कोई समस्या नहीं है मन से सेवा करने पर पुण्य मिलेगा। ग्राम भांडी के सचिव राम विनोद यादव ने बताया कि ये सुविधा हम अपने गांव के लोगों के लिए शुरू किए हैं और उन्होंने गांव के लोगों से अपील भी की है कि आवारा घुमंतू गौवंशों के अलावा अपने घर के गोवंश यहां ना छोड़े दूसरे गांव के अगर ग्रामीण अपने यहां के गौवंश को लाकर छोड़ते हैं तो उनके ऊपर कार्यवाही कराई जाएगी।
गौ सेवक रिचेश सिंह चौहान ने बताया कि रोज दुर्घटना होने से मन व्यथित हो जाता था गौवंशो को सड़क से किनारे करने पर भी वह कुछ देर बाद आकर फिर भी सड़क में बैठ जाते थे जिससे कई बार गंभीर दुर्घटनाएं घटी है। सभी के सहयोग से गौशाला का निर्माण हो गया है तो खुशी होती है कि गौवंश व अपने गांव के लोगों के लिए कुछ अच्छा किया है।

गांव में गौठान नहीं होने के बावजूद स्वयं के खर्चे से बना हैं गौशाला

पूर्व में कांग्रेस शासन के कार्यकाल में सभी ग्राम पंचायतों में गौठान का निर्माण किया गया लेकिन ग्राम पंचायत भाड़ी को यह कहकर दरकिनार कर दिया गया ग्राम पंचायत भाड़ी में गौठान के लिए जमीन कम है लेकिन ग्रामीणों ने अपनी समस्या का समाधान निकालते हुए गौशाला का निर्माण कर दूसरे ग्राम पंचायत को भी आईना दिखा दिया है।

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