03 जुलाई से आयोजित होगा शिक्षकों का उन्मुखीकरण

उन्मुखीकरण कार्यशाला में बीईओ, एबीईओ, बीआरसीसी , प्राचार्य , व्याख्याता, प्रधान पाठक, छात्रावास अधीक्षक, प्रयोगशाला सहायक, ग्रंथपाल, व्यायाम शिक्षक और संकुल समन्वयक होंगे सम्मिलित

जशपुर /ज़िला कलेक्टर रोहित व्यास और ज़िला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभिषेक कुमार के मार्गदर्शन में गुणवत्ता उन्नयन हेतु यशस्वी जशपुर कार्यक्रम के अंतर्गत बीईओ, एबीईओ, बीआरसीसी, प्राचार्य , प्रधानपाठक, सीएससी , प्रयोगशाला सहायक, ग्रंथपाल ,छात्रावास अधीक्षक एवं कक्षा 10वीं व 12वीं में पढ़ाने वाले विषय शिक्षकों के लिए आगामी 03 जुलाई से 18 अगस्त तक उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित की जा रही है।आज 30 जून को डिप्टी कलेक्टर प्रशांत कुशवाहा ने रिसोर्स पर्सन को प्रेरित करते हुए प्रायोगिक कार्य, अध्ययन के दौरान चीजें के साथ को-रिलेशन , आधारभूत अवधारणाओं की समझ पर फोकस करने को कहा। उन्होंने एक्सीलेंस से सक्सेस के विषय पर भी बात की। डीईओ पी के भटनागर ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि इस वर्ष भी जशपुर जिले को हमें गौरवान्वित करना है, आप सभी शिक्षक इसके लिए पूरी ईमानदारी व निष्ठा से कार्य करें।
कार्यशाला के आयोजन के संबंध में यशस्वी जशपुर के नोडल अधिकारी विनोद गुप्ता ने हाई और हायर सेकेंडरी विद्यालयों के विषय शिक्षकों के लिए मास्टर ट्रेनर्स को संकल्प शिक्षण संस्थान जशपुर में प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण में प्रैक्टिकल एप्रोच के साथ सभी विषयों के अध्यापन, शिक्षक प्रशिक्षण में विज्ञान विषय के 2 घंटे का प्रायोग आधारित सत्र, प्रत्येक सप्ताह कम से कम एक या उससे अधिक प्रैक्टिकल के साथ अध्यापन, प्रशिक्षक अपनी क्षमता का बेहतर उपयोग कैसे करें?,ऐसे शिक्षकों का चिन्हांकन जो माइंड सेट बदल नहीं पा रहे हैं, स्मार्ट शिक्षक बनने, ह्यूमन रिसोर्स के बेस्ट परफॉर्मेंस, विद्यार्थी अधिक इवॉल्व एवं इंटरैक्टिव मोड में जैसे विषय सम्मिलित रहे। उन्होंने माइंड मैपिंग के अंतर्गत कंफर्ट जोन, फियर जोन, लर्निंग जोन और ग्रोथ जोन के विषय में जानकारी देते हुए कंफर्ट जोन से निकल कर ग्रोथ जोन में आकर प्रोडक्टिविटी बढ़ाने पर भी बात की।
उन्मुखीकरण के संबंध में जानकारी देते हुए यशस्वी जशपुर के नोडल अधिकारी विनोद गुप्ता ने बताया कि कार्यशाला में कौशल परीक्षण, ब्रेनस्टॉर्मिंग , अच्छे परिणाम वाले शिक्षकों के विचार व रणनीति, विषय के दौरान आने वाली कठिनाइयां और उपचारात्मक शिक्षा समूह चर्चा, क्षमता विकास स्वयं का आकलन और क्षमता विकास के विभिन्न चरण, एक्शन प्लान शामिल रहेंगे। साथ ही विद्यार्थियों के स्तर एवं रुचि अनुरूप कौशल विकास हेतु कैरियर व गाइडेंस पर चर्चा किया जाना भी कार्यशाला में सम्मिलित रहेगा। अंत में शिक्षकों के पोस्ट टेस्ट के साथ प्रशिक्षण का समापन किया जाएगा। प्रशिक्षण की समय सारणी अनुसार 03 जुलाई से कार्यशाला प्रारंभ होगी सर्वप्रथम प्राचार्यों के लिए प्रशिक्षण का आयोजित किया जाएगा। कार्यशाला के आयोजन के लिए यशस्वी जशपुर के संजीव शर्मा, अवनीश पाण्डेय और संजय दास उपस्थित रहे।

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