तिल्दा नेवरा ग्राम हथबंद में 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झरना देवी मानव सेवा संस्थान हथबंद के संस्थापक डॉ उत्तम
कुमार हरेन्द्र नाथ बिश्वास के द्वारा ग्राम हथबंद के तिगड्डा चौक पर भारत माता की प्रतिमा स्थापित कर इस चौक का भारत माता चौक नामकरण किया गया।इस अवसर पर सुबह विधिवत पूजा-अर्चना कर मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की गई तत्पश्चात स्कूली छात्रों की उपस्थिति में सिमगा के पूर्व जनपद अध्यक्ष आनंद यादव के द्वारा ध्वजारोहण किया गया संध्या 5बजे भारत माता की आरती के साथ “एक शाम आजादी के नाम”कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें ग्राम के विविध विद्यालयों के छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के द्वारा भारत माता एवं वीर शहीदों को नमन करते हुए मनमोहक प्रस्तुतियां दी कार्यक्रम में अतिथि के रूप में उपस्थित आनंद यादव जी ने इसे इस क्षेत्र के लिए एतिहासिक एवं गौरवशाली दिन बताते हुए सबसे राष्ट्रीय एकता बनाए रखने की अपील की। कार्यक्रम में उपस्थित सरपंच प्रतिनिधि संजय वर्मा ने इस आयोजन को अभूतपूर्व बताते हुए भारत माता की मुर्ति स्थापना को एक ऐतिहासिक कदम बताया जो सदैव याद रखा जाएगा। कवि एवं साहित्यकार चोवा राम वर्मा बादल जी ने स्वतंत्रता के महत्व पर अपने विचार प्रकट करते हुए स्वतंत्रता को अक्षुण्ण एवं अखण्ड बनाए रखने की अपील की। कार्यक्रम को क्रमशः व्याख्याता त्रिवेदी सर,प्रीतम यादव सर ,खूबीराम देवांगन सर, महेश शुक्ला सर, शिक्षक संदीप शुक्ला, किशन दास वैष्णव योग शिक्षिका अखिलेश्वरी शुक्ला,सैनिक युगल किशोर यादव, धन्ना निषाद , राज किरण महिलांग, योग शिक्षक पुरुषोत्तम निषाद ने संबोधित किया।
कार्यक्रम का सफल संचालन जीतू यादव एवं भावेश साहू द्वारा किया गया।अंत में आभार प्रदर्शन करते हुए डॉ उत्तम कुमार हरेन्द्र नाथ विश्वास ने कहा कि कोई भी कार्य अकेले से नहीं हो सकता आप सब के सम्मिलित प्रयास से ही यह सब संभव हो पाया है भविष्य में भी आप सब इसी प्रकार से देशहित व समाज हित के कार्यों में अपना सहयोग प्रदान अवश्य करेंगे ऐसा मुझे पूरा भरोसा है। कार्यक्रम में विशेष रूप से करण वर्मा जी , सेवानिवृत्त शिक्षक चंदेल सर जी, शिक्षिका उर्वशी साव,प्रभारी प्राचार्य नायक सर, शिक्षक प्रसेन्न पाठक सर के साथ बड़ी संख्या में ग्रामवासियों एवं क्षेत्रवासियों ने उपस्थित होकर कार्यक्रम का आनंद लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में भावेश साहू, खिलेन्द्र निषाद, अरूण साहु लल्ला आदि का सराहनीय सहयोग रहा।